बालीवुड सुपरस्टार सलमान खान आज जरूर फिल्मों की सफलता की गारंटी बन गए हो...
06 Feb, 2016 12:28 PMनई दिल्ली: बालीवुड सुपरस्टार सलमान खान आज जरूर फिल्मों की सफलता की गारंटी बन गए हो लेकिन 1989 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में काम करने के लिए न केवल उन्हें सत स्क्रीन टेस्ट से गुजरना पड़ा बल्कि उस रोल के लिए अभिनेता कुणाल गोस्वामी और दीपक तिजोड़ीवाला को शार्टलिस्ट किया जा चुका था।
पेंगुइन प्रकाशन की पुस्तक ‘‘एेसे क्यों हैं सलमान’’ में कहा गया है कि सलमान की किस्मत का सितारा पहली बार 1989 में उस वक्त चमका जब बतौर हीरो उनकी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज हुई। इस फिल्म की कामयाबी ने उन्हें बालीवुड का सुपरस्टार बना दिया। लेकिन यह फिल्म सलमान को काफी मशक्कत के बाद मिली और आज की स्थिति से परे उन्हें कठिन स्क्रीन टेस्ट देना पड़ा था।
इसमें बताया गया है कि राजश्री प्रोडक्शन में निर्माता निर्देशक ताराचंद बडज़ात्या के पोते सूरज बडज़ात्या उन दिनों अपनी पहली फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म में लीड रोल के लिए उन्होंने कुणाल गोस्वामी और दीपक तिजोड़ीवाला का नाम शार्टलिस्ट किया था। लेखक जसीम खान पुस्तक में सलमान के हवाले से बताते हैं कि मैं सूरज से मिलने नहीं जा रहा था। लेकिन हनी अंकल ने कहा, जाआे मिल आआे। सूरज ने बताया कि उन्होंने दो नाम शार्टलिस्ट कर लिये हैं।
पुस्तक में बताया गया है कि ‘‘मैंने प्यार किया’’ के लिए इस रोल के लिए सलमान की पहली सिफारिश सलीम खान के लेखन सहायक हनी गुप्ता ने की थी। इसके लिए दूसरी सिफारिश करने वाली मॉडल शबाना दत्ता थी जिन्होंने उस फिल्म में उस रोल के लिए आडिशन दिया था जिसे पर्दे पर बाद में भाग्यश्री ने निभाया था। उनके लिए तीसरी सिफारिश भाग्यश्री के लिए पटकथा लिखने वाले लेखक कमर नकवी ने की थी।
पुस्तक में कहा गया है कि इसके बावजूद सूरज बडज़ात्या ने उन्हें मुबई के बर्ली में राजश्री फिल्म के बंगले में बुलाया और पूरे दिन सलमान का स्क्रीन टेस्ट किया गया। इसके बाद सूरज ने एक बार फिर सलमान और भाग्यश्री को एक सीन शूट करने के लिए अपने आफिस में बुलाया। दरअसल वे दोनों की आन स्क्रीन केमेस्ट्री देखना चाहते हैं।