बॉलीवुड एक्ट्रैस श्रीदेवी की मौत से बॉलीवुड के साथ-साथ पूरा देश सदमे में हैं। उनका पार्थिव शरीर प्राइवेट जेट के द्वारा शाम तक भारत लाया जाएगा। वेटरन एक्ट्रैस ने बॉलीवुड में करीब 300 फिल्मों में काम किया उनकी आखिरी फिल्म ''मॉम'' थी। सुपस्टार होने के बाद भी श्रीदेवी की एक ऐसी अधूरी इच्छा थी जिसे व
25 Feb, 2018 05:15 PMमुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रैस श्रीदेवी की मौत से बॉलीवुड के साथ-साथ पूरा देश सदमे में हैं। उनका पार्थिव शरीर प्राइवेट जेट के द्वारा शाम तक भारत लाया जाएगा। वेटरन एक्ट्रैस ने बॉलीवुड में करीब 300 फिल्मों में काम किया उनकी आखिरी फिल्म 'मॉम' थी। सुपस्टार होने के बाद भी श्रीदेवी की एक ऐसी अधूरी इच्छा थी जिसे वह हमेशा पूरी करना चाहती थीं। यहां तक कि उनकी यह इच्छा कई बार इंटरव्यू के दौरान भी बातों में नजर आईं।
श्रीदेवी ने महज 4 साल की उम्र तमिल फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह कई तमिल, तेलगू और मलयालम फिल्मों में नजर आईं। साल 1975 में आई 'जूली' फिल्म उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म थी। वैसे तो श्रीदेवी की जिंदगी एक खुली किताब थी लेकिन वह ज्यादातर अपने में ही रहना पसंद करती थीं।
श्रीदेवी हमेशा से चाहती थीं कि उनकी बेटी जाह्नवी पहले पढ़ाई पर ध्यान दें और उसके बाद फिल्मी करियर पर। ऐसा इसलिए क्योंकि वह चाहती थीं उनकी बेटी वैसा न करें जैसा उन्होंने किया था। श्रीदेवी आजतक कभी स्कूल नहीं गई और यह बात उन्हें हमेशा चुभती रहती थी। इसी वजह से उनकी बातों में हमेशा यही लगता है कि वो चाहती हैं कि उनकी बेटी पहले पढ़ाई पर ध्यान दें। श्रीदेवी के परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। इसी वजह से खेलने कूदने की उम्र में माता-पिता का हाथ बटाने के लिए उन्होंने 4 साल की उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था।
जिस वजह से वो आजतक स्कूल नहीं जा पाईं। हमेशा ही मीडिया से दूरी बनाए रखने वाली श्रीदेवी ने कई साल पहले फिल्मफेयर मैगजीन को एक इंटरव्यू दिया था। इस इंटरव्यू में उन्होंने जो कुछ भी कहा उसमें उनका दर्द साफतौर पर झलकता है। श्रीदेवी ने कहा था - 'मैं पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। मेरे माता -पिता पढ़ाई और फिल्मों के बीच संतुलन बनाने की बहुत कोशिश की। जब भी मैं शूटिंग के लिए बाहर जाती थी मेरे साथ हमेशा एक अध्यापक रहता था। एक समय बाद ऐसा होना मुनासिब नहीं हो सका। मुझे पढा़ई और फिल्मों के बीच एक चीज को चुनना पड़ा और मैंने फिल्मों को चुना।'