भले ही तमाम बाधाओं को पार करते हुए ''पद्मावत'' ने देश भर के सिनेमाघरों में दस्तक दे दी हो, मगर प्रदर्शनकारियों के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया है। वहीं इस फिल्म पर सियासत भी जारी है। कुछ हस्तियां इसके समर्थन में हैं तो कुछ खुलकर इसके विरोध में सामने आए हैं। जैसे कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को ही ले लीजिए, जिन्होंने फिल्म में एतिहासिक तथ्यों...
25 Jan, 2018 11:44 PMमुंबईः भले ही तमाम बाधाओं को पार करते हुए 'पद्मावत' ने देश भर के सिनेमाघरों में दस्तक दे दी हो, मगर प्रदर्शनकारियों के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया है। वहीं इस फिल्म पर सियासत भी जारी है। कुछ हस्तियां इसके समर्थन में हैं तो कुछ खुलकर इसके विरोध में सामने आए हैं। जैसे कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को ही ले लीजिए, जिन्होंने फिल्म में एतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ को गलत बताया है।
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी उतर गए हैं। दोनों नेताओं ने फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ को ठीक नहीं बताया है। बता दें कि पद्मावत गुरुवार को पर्दे पर रिलीज हुई है। विरोध के कारण चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में सिनेमाघर मालिकों ने यह फिल्म रिलीज नहीं की है।
वीके सिंह ने कहा कि जब चीजें सहमति से नहीं होती है तो वहां गड़बड़ी होती है। उन्होंने कहा, 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इतिहास को तोड़फोड़ करने की इजाजत नहीं देती है। तो जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठ के इसको सुलझाया जाए। जब चीजें सहमति से नहीं होती हैं तो फिर उसमें गड़बड़ होती है।'
नर्मदा यात्रा कर रहे मध्य प्रदेश के सीएम दिग्विजय ने भी फिल्म का यह कहते हुए विरोध किया है कि तथ्यों से परे इतिहास को नहीं दिखाया जाना चाहिए। पूर्व सीएम ने कहा, 'किसी भी धर्म और जाति तथा ऐतिहासिक तथ्य से हटकर किसी फिल्में नहीं बननी चाहिए। अगर इससे किसी जाति या धर्म को ठेस पहुंचती है तो वैसी फिल्में नहीं बननी चाहिए। इतिहास के साथ छेड़छाड़ वाली फिल्में नहीं बननी चाहिए।'