सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री दो गुटों में बंटी नजर आ रही है। एक गुट वो जिसमें स्टार्स सुशांत के न्याय के लिए अवाज उठा रहे हैं और बॉलीवुड की काली सच्चाई का पर्दाफाश कर रहे हैं और दूसरा गुट जिसमें कुछ स्टार्स नेपोटिज्म के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। इसी बीच भोजपुरी क्वीन
26 Jun, 2020 11:25 AMबॉलीवुड तड़का टीम. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री दो गुटों में बंटी नजर आ रही है। एक गुट वो जिसमें स्टार्स सुशांत के न्याय के लिए अवाज उठा रहे हैं और बॉलीवुड की काली सच्चाई का पर्दाफाश कर रहे हैं और दूसरा गुट जिसमें कुछ स्टार्स नेपोटिज्म के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। इसी बीच भोजपुरी क्वीन अक्षरा सिंह ने नेपोटिज्म के मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और गलत व्यवहार करने वालों पर जमकर निशाना साधा है।
अक्षरा ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि हर जगह नेपोटिज्म है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि गैर फिल्मी बैकग्राउंड से आने वाले टैलेंटड लोगों की अनदेखा किया जाए। उन्होंने कहा कि जिसके मां-बाप जिस क्षेत्र में होते हैं वो वहीं अपने बच्चे को बढ़ता देखना चाहते हैं।
ऐसा ही बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी है, लेकिन यहां गैर फिल्म की पृष्ठभूमि से लोगों ने आकर अपनी पहचान बनाई है जैसे कि शत्रुध्न सिन्हा, मनोज वाजपेयी, सुशांत सिंह राजपूत, पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा व अन्य स्टार्स। मेरा मानना है कि हर जगह टैलेंट को बढ़ावा मिलना चाहिए और उन्हें आगे जाने देना चाहिए।
अक्षरा ने आगे कहा कि बॉलीवुड स्टार्स के बच्चों को इंडस्ट्री में आसानी से मौका दे दिया जाता है। मेरे ख्याल से हमारे जैसे जो भी स्टार्स एक्टर बनने के लिए वहां जाते हैं और जो प्रतिभाशाली हैं, उन्हें पहले मौका मिलना चाहिए। साथ ही स्टार किड्स का भी ऑडिशन होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने नेपोटिज्म से ज्यादा ग्रुपिज्म को खतरनाक बताया और कहा कि इसका शिकार हर छोटे से लेकर बड़ा कलाकार है।