दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी और बोनी कपूर की लव स्टोरी किसी से नहीं छिपी है और ये भी सभी जानते हैं। बोनी ने अपने पहली पत्नी मोनी शौरी को छोड़कर श्रीदेवी से दूसरी शादी की। इतना ही नहीं श्रीदेवी के लिए उन्होंने अपने बच्चों यानि अर्जुन कपूर और अंशूला तक से दूरी बना ली थी। ऐसे में अब सालों बाद अर्जुन कपूर
22 May, 2021 01:25 PMमुंबई: दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी और बोनी कपूर की लव स्टोरी किसी से नहीं छिपी है और ये भी सभी जानते हैं। बोनी ने अपने पहली पत्नी मोनी शौरी को छोड़कर श्रीदेवी से दूसरी शादी की। इतना ही नहीं श्रीदेवी के लिए उन्होंने अपने बच्चों यानि अर्जुन कपूर और अंशूला तक से दूरी बना ली थी। ऐसे में अब सालों बाद अर्जुन कपूर ने अपने पिता के दूसरे अफेयर और शादी पर खलुकर बातें की और अपने दिल की बात कही।
अर्जुन ये बात आज भी मानते हैं कि उनके पिता ने उनकी मां के साथ जो किया वो ठीक नहीं था। इस बारे में बात करते हुए अर्जुन ने कहा-'मेरी मां की परवरिश मेरे दिमाग में है। वह मुझसे कहती थीं अपने पिता के साथ खड़े रहना।
मेरी मां ने कहा था कि पापा ने अपने प्यार के कारण हमारे साथ ऐसा किया। इसलिए मैं अपने पिता का सम्मान करता हूं कि उन्हें जीवन में दोबारा प्यार हुआ। प्यार किसी को कभी भी हो सकता है। ये काफी कठिन है। प्यार का मतलब, हमेशा प्यार में ही पड़े रहना नहीं होता।'
अर्जुन ने आगे कहा-'तब बच्चा होने की वजह से उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा था लेकिन मैं इसे समझता हूं। मैं ये नहीं कह सकता- ठीक है, होता है।हो सकता है कि आप किसी और से प्यार करते हैं और फिर किसी दिन किसी और से भी प्यार करने लगते हैं, इसे समझने की जरूरत है। मेरे पैरेंट्स के बीच कुछ हालात ऐसे बने होंगे, जिससे चीजें उस ओर बढ़ीं। हालांकि मैं एक अच्छा बेटा बनने की कोशिश करता हूं, क्योंकि यही वह चीज है जो मेरी मां मुझसे चाहती थी।'
बता दें कि बोनी कपूर ने साल 1983 में मोना से शादी की थी। शादी के दो साल बाद 1985 में अर्जुन कपूर का जन्म हुआ और उसके बाद 1987 में अंशुला का। पहली शादी के कुछ सालों बाद बोनी कपूर, श्रीदेवी के प्रति आकर्षित हो गए और साल 1996 में दोनों ने शादी रचा ली। कपल की दो बेटियां जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर हैं
बोनी ने दो शादियां कीं लेकिन अफसोस कि उनकी दोनों पत्नियों का देहांत हो गया। साल 2018 में उन्हें श्रीदेवी छोड़कर चली गईं जबकि उनकी पहली पत्नी मोना शौरी कपूर का स्वर्गवास साल 2012 में हो गया था।