फिल्मी पर्दे से दूर अपनी मैरिड लाइफ एंजाॅय कर रही एक्ट्रेस सेलिना जेटली इन दिनों काफी चर्चा में हैं। हाल ही में सेलिना जेटली ने अपने नवजात बच्चे को खोने का दर्द फैंस के साथ शेयर किया था। उन्होंने बताया कि साल 2017 में अपने एक प्रीमेच्योर बच्चे को खो दिया था। वहीं अब एक्ट्रेस ने नेपोटिज्म जैसे मुद्दे
25 Nov, 2020 09:12 AM मुंबई: फिल्मी पर्दे से दूर अपनी मैरिड लाइफ एंजाॅय कर रही एक्ट्रेस सेलिना जेटली इन दिनों काफी चर्चा में हैं। हाल ही में सेलिना जेटली ने अपने नवजात बच्चे को खोने का दर्द फैंस के साथ शेयर किया था। उन्होंने बताया कि साल 2017 में अपने एक प्रीमेच्योर बच्चे को खो दिया था। वहीं अब एक्ट्रेस ने नेपोटिज्म जैसे मुद्दे पर अपनी राय रखी। एक्ट्रेस ने कहा-स्टार्स चाहे किसी बड़े एक्टर का बच्चा हो या फिर देश के किसी ऐसे कोने से आया हो जहां का फिल्मों से कोई नाता न हो, दोनों को ही अपनी अलग-अलग दिशाओं में संघर्ष करना ही पड़ता है।
ज्यादातर स्टार्स की राय मिली-जुली ही साबित हुई क्योंकि सबके लिए नेपोटिज्म कोई बुरी चीज नहीं थी। सेलिना ने कहा अगर किसी वंश का कोई नया वंशज सामने आकर सफलता की सीढ़ी को चढ़ता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन दिक्कत वहीं पर है कि उस नेपोकिड की वजह से किसी दूसरे हुनरमंद स्टार का रास्ता न रुके।
'बस फर्क इतना है कि नेपोकिड्स का कभी यौन शोषण नहीं होता'
सेलिना ने आगे कहा वंशवाद तो देश के हर क्षेत्र में होता है। राजनीति को लेकर मनोरंजन की दुनिया तक, हर व्यापार में वंशवाद चलता ही है। तानाशाही हमेशा तानाशाह के पक्ष में ही रहती है। उसी तरह वंशवाद भी अपने वंश की ही वकालत करेगा। सेलिना ने आगे कहा-'यहां पर सबसे बड़ी गौर देने वाली बात यह है कि फिल्म इंडस्ट्री में जो बड़े स्टार्स के बच्चे होते हैं, उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद यौन शोषण का शिकार नहीं होना पड़ता। यही आउटसाइडर और इनसाइडर में एक अंतर है। इसके अलावा कठिन परिश्रम सभी को करना पड़ता है। कोई ज्यादा करता है तो कोई थोड़ा कम करता है।'
काम की बात करें तो सेलिना जेटली को हाल ही में रामकमल मुखर्जी की फिल्म 'सीजंस ग्रीटिंग्स' में नजर आईं थीं। इसके अलावा वह 'नो एंट्री', 'टॉम डिक एंड हैरी', 'अपना सपना मनी मनी' जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं।