इंडस्ट्री में इन दिनों नेपोटिज्म पर जबरदस्त बहस जारी है। इसके साथ ही स्टार्स आउटसाइडर्स के साथ होने वाले बुरे बर्ताव पर भी तरह-तरह के खुलासे किए जा रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर दिग्गज एक्टर गोविंदा ने गुटबाजी के मुद्दे पर आवाज उठाई। उन्होंने बताया कि डेब्यू के बाद भी उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ा है।
20 Jul, 2020 01:09 PMमुंबई: इंडस्ट्री में इन दिनों नेपोटिज्म पर जबरदस्त बहस जारी है। इसके साथ ही स्टार्स आउटसाइडर्स के साथ होने वाले बुरे बर्ताव पर भी तरह-तरह के खुलासे किए जा रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर दिग्गज एक्टर गोविंदा ने गुटबाजी के मुद्दे पर आवाज उठाई। उन्होंने बताया कि डेब्यू के बाद भी उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने इन दिनों बॉलीवुड में बन रहे कई कैंप पर भी बात की है। गोविंदा ने कहा इस इंडस्ट्री में पक्षपात और गुटबाजी जैसी चीजें होती है।
इस बात को नकारा नहीं जा सकता। गोविंदा ने कहा-'कुछ समय पहले यहां सिर्फ उन लोगों को काम मिलता था जो हुनरमंद होते थे। हर फिल्म को थियेटर्स में बराबरी का दर्जा दिया जाता था। लेकिन, आज के समय में कुछ 4-5 लोग ही हैं जो इस पूरे व्यापार पर तानाशाही करते हैं।'
गोविंदा ने आगे कहा-'वही फैसला करते हैं कि कौन सी फिल्म को अच्छे से थियेटर में रिलीज किया जाएगा है और कौन सी को नहीं। मेरी खुद कुछ अच्छी फिल्मों को थियेटर्स में ठीक से रिलीज नहीं होने दिया गया। लेकिन, अब चीजें बदल रही हैं।'
वहीं नेपोटिज्म की बहस के बीच अपनी बेटी टीना आहूजा के इंडस्ट्री में आने को लेकर गोविंदा ने कहा-'मैंने उसके लिए कभी कोई बात नहीं की। अगर मैंने ऐसा किया होता तो शायद उसके लिए चीजें कुछ अलग हो सकती थीं। वह अपना रास्ता खुद बनाने में विश्वास रखती है। लेकिन, वह सफलता तभी हासिल कर पाएगी जब उसका समय आएगा।'