बॉलीवुड की ''पंगा गर्ल'' यानी कंगना रनौत अक्सर अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में छाई रहती हैं। वह आए दिन किसी ना किसी से उलझती हैं। हमेशा अपने ट्वीट्स के जरिए लोगों को खरी खोटी सुनाने वाली कंगना ने हाल ही में एक ऐसा किस्सा शेयर किया जो हर किसी के दिल को पसीज गया। कंगना ने International Yoga Day अपनी बहन रंगोली के एसिड अटैक की कहानी बयां की। कंगना ने बताया कि कैसे उनकी एसिड अटैक के बाद रंगोली सदमे में चली गई थी और फिर योग का सहारा लेकर उन्होंने खुद को संभाला।
21 Jun, 2021 01:13 PMमुंबई: बॉलीवुड की 'पंगा गर्ल' यानी कंगना रनौत अक्सर अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में छाई रहती हैं। वह आए दिन किसी ना किसी से उलझती हैं। हमेशा अपने ट्वीट्स के जरिए लोगों को खरी खोटी सुनाने वाली कंगना ने हाल ही में एक ऐसा किस्सा शेयर किया जो हर किसी के दिल को पसीज गया। कंगना ने International Yoga Day अपनी बहन रंगोली के एसिड अटैक की कहानी बयां की। कंगना ने बताया कि कैसे उनकी एसिड अटैक के बाद रंगोली सदमे में चली गई थी और फिर योग का सहारा लेकर उन्होंने खुद को संभाला। योग दिवस पर कंगना ने बहन रंगोली की परिवार संग योग करते की तस्वीरें शेयर की।
इनके साथ कंगना ने लिखा-'रंगोली की योग स्टोरी सबसे ज्यादा प्रेरणा देने वाली है, एक सिरफिरे आशिक ने रंगोली पर एसिड फेंका था, जब वो मुश्किल से 21 साल की थीं। थर्ड डिग्री बर्न था, करीब आधा चेहरा झुलस गया था, एक आंख की रोशनी चली गई थी, एक कान पिघल गया था और ब्रेस्ट भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए थे। रंगोली की दो-तीन साल में करीब 53 सर्जरी हुईं, लेकिन वो भी काफी नहीं थीं।'
एयरफोर्स ऑफिसर से हुई थी सगाई, एसिड अटैक तोड़ा रिश्ता
कंगना ने आगे लिखा- 'मुझे सबसे ज्यादा चिंता उनके मानसिक स्वास्थ्य की थी, क्योंकि उन्होंने बोलना छोड़ दिया था। हां चाहें कुछ भी होता वो एक शब्द नहीं बोलती थीं, बस चीजों को देखती रहती थीं। रंगोली एक एयरफोर्स ऑफिसर के साथ इंगेज्ड थीं, लेकिन जब उसने एसिड अटैक के बाद रंगोली का चेहरा देखा तो कभी लौटकर उसके पास वापस आया ही नहीं। लेकिन तब भी रंगोली की आंख में एक आंसू तक नहीं था और न ही उसने एक शब्द कहा था।'
खुद भी 19 साल की उम्र से कर रही हैं योगा
अपने पोस्ट में कंगना ने आगे लिखा-'मुझे डॉक्टर्स ने कहा था कि रंगोली शॉक में है, जिसके बाद उसे थैरेपी दी गईं, साइकेट्रिस्ट की मदद ली गई, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया, कोई मदद नहीं मिली। उस वक्त मुश्किल से मैं 19 साल की थी, मैं अपने टीचर सूर्य नारायण के साथ योग करती थी और मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि ये यह जलने और मनोवैज्ञानिक आघात वाले रोगियों को भी रेटिना ट्रांसप्लांट रिकवरी और खोई हुई दृष्टि पाने में मदद कर सकता है।'
योग ने बदली रंगोली की जिंदगी
अपने कैप्शन के आखिर में कंगना रनौत ने लिखा-'मैं चाहती थी कि वो कैसे भी मुझसे बात करें, तो मैं उनको अपने साथ हर जगह ले जाने लगी, यहां तक की योग क्लास के लिए भी उन्होंने मेरे साथ योग करना शुरू किया और मैंने उनमें एक कमाल का ट्रांसफॉर्मेशन देखा। न सिर्फ वो अपने दर्द और मेरे बुरे जोक्स पर रिएक्ट करने लगीं बल्कि उनकी एक आंख की रोशनी भी वापस आने लगी। योग हर सवाल का जवाब है, क्या आपने अब तक उसे मौका किया?'