कोरोना काल में हमने इंडस्ट्री के ना जाने कितने कलाकारों को खो दियाइसमें से एक म्यूजिक इंडस्ट्री के फेमस मशहूर जोड़ी साजिद-वाजिद में से के वाजिद खान रहे। लंबी बीमारी के बाद 1 जून 2020 उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा।
29 Nov, 2020 09:55 AMमुंबई: कोरोना काल में हमने इंडस्ट्री के ना जाने कितने कलाकारों को खो दियाइसमें से एक म्यूजिक इंडस्ट्री के फेमस मशहूर जोड़ी साजिद-वाजिद में से के वाजिद खान रहे। लंबी बीमारी के बाद 1 जून 2020 उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा।
इसी के बाद से साजिद-वाजिद की मशहूर जोड़ी हमेशा-हमेशा के लिए टूट गई। मगर वाजिद के निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख का जीवन मुश्किलों से भरा नजर आ रहा है।
कमलरुख ने अपने सास-ससुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वाजिद खान की पत्नी का आरोप है कि उनके ससुरालवाले उन पर धर्म परिवर्तन करने का दवाब बना रहे हैं। इस बात का खुलासा वाजिद की पत्नी ने सोशल मीडिया पर किया।
खुलासा करते हुए उन्होंने बताया कि वाजिद का परिवार उन्हें जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए बोल रहा है। जहां एक तरफ वे अपने पति के निधन की पीड़ा से बाहर निकल नहीं पाई हैं वहीं दूसरी तरफ वाजिद के परिवार द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा-'एक बार फिर से धर्मांतरण पर चर्चा हो रही है। इस बार सरकार भी उत्साहित है।' इसके बाद कमालरुख खान ने अपनी और वाजिद खान की प्रेम कहानी और उनके परिवार के बारे में विस्तार से लिखा है। उन्होंने लिखा- 'मेरा नाम कमालरुख खान है और मैं दिवंगत संगीतकार वाजिद खान की पत्नी हूं। उनसे शादी करने से पहले मैं उनके साथ 10 साल के रिश्ते में थी। मैं पारसी और वह मुस्लमान थे। हम वही थे जिसे आप "कॉलेज स्वीटहार्ट्स" कहेंगे। हमने विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी की। यही कारण है कि धर्मांतरण विरोधी बिल की बहस के बीच यह बहुत दिलचस्प है। मेरी परवरिश ऐसे पारसी परिवार में हुई है जहां सभी लोग पढ़े-लिखे और खुलकर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कह सकते हैं।'
कमालरुख खान ने आगे लिखा- 'हालांकि, शादी के बाद यही स्वतंत्रता, शिक्षा और लोकतांत्रिक मूल्य प्रणाली मेरे पति के परिवार के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गई थी। उन्होंने पढ़ी-लिखी और आजाद महिला को स्वीकार नहीं किया और धर्मांतरण का दबाव बनाने लगे। मैं हर किसी धर्म का सम्मान करती हूं लेकिन इस्लाम में परिवर्तित होने के मेरे प्रतिरोध ने मेरे और मेरे पति के बीच की दूरियों को काफी बढ़ा दिया था। यहां तक कि इतना मुश्किल हो गया था कि हमारे पति-पत्नी के रिश्ते खराब हो गए। हमारे बच्चों के लिए पिता बनने की उनकी क्षमता थी।'
कमालरुख ने अपनी बात जारी करते हुए आगे लिखा- 'मेरी गरिमा और स्वाभिमान ने मुझे इस्लाम में परिवर्तित होने और उनके परिवार के लिए झुकने की अनुमति नहीं दी। मैं तबाह हो गई थी, धोखा महसूस किया और भावनात्मक रूप से टूट गई, लेकिन मैंने और मेरे बच्चों ने सब्र किया।' अपनी पोस्ट में कमालरुख खान ने यह भी खुलासा किया है कि वाजिद खान के निधन के बाद भी दिवंगत संगीतकार के परिवार का उत्पीड़न जारी है। वाजिद एक प्रतिभाशाली संगीतकार थे जिन्होंने शानदार धुन बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। मेरे बच्चे और मैं उन्हें बहुत याद करते हैं और हम चाहते हैं कि उन्होंने एक परिवार के रूप में हमारे साथ समर्पित समय बिताया होता। धार्मिक पूर्वाग्रहों से रहित, जिस तरह से उन्होंने अपनी धुनें बनाई थीं। हमें उनके और उनके परिवार की धार्मिक कट्टरता के कारण कभी परिवार नहीं मिला।'
वाजिद खान की बात करें तो सेहत खराब होने के बाद वाजिद खान को 31 मई, 2020 को अस्पताल में एडमिट कराया गया और अगले ही दिन यानी 1 जून, 2020 को उनका निधन हो गया। साजिद-वाजिद की जोड़ी ने बॉलीवुड को ना जाने कितने सुपरहिट सॉन्ग्स दिए। दबंग सीरीज, पागलपंती, हीरोपंती, मैं तेरा हीरो, जुड़वा 2, चश्मे बद्दूर, एक था टाइगर, हाउसफुल 2, वीर, वान्टेड, गॉड तुस्सी ग्रेट हो, वेलकम, पार्टनर, मुझसे शादी करोगी, तेरे नाम, हम तुम्हारे हैं सनम और हैलो ब्रदर जैसी फिल्में शामिल हैं।