एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड जैसा कदम आखिरी क्यों उठाया इसी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। पुलिस इस मामले में सुशांत के परिवार और उनके कुछ करीबी दोस्तों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि सुशांत ने सुसाइड से पहले दोस्त महेश शेट्टी को फोन किया था। लेकिन ज्यादा रात होने की वजह से वो फोन नहीं
19 Jun, 2020 12:53 PMमुंबई: एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड जैसा कदम आखिरी क्यों उठाया इसी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। पुलिस इस मामले में सुशांत के परिवार और उनके कुछ करीबी दोस्तों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि सुशांत ने सुसाइड से पहले दोस्त महेश शेट्टी को फोन किया था। लेकिन ज्यादा रात होने की वजह से वो फोन नहीं उठा पाए थे। इसके साथ ही ये खबरें हैं कि जब महेश ने सुबह सुशांत को काॅल किया,तब तक शायद सुशांत ने सुसाइड कर लिया था। वहीं अब अब महेश ने सुशांत को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया है।
महेश शेट्टी, सुशांत के सबसे करीबी दोस्तों में से एक रहे थे। अपने दोस्त को याद करते महेश ने इंस्टा पर एक तस्वीर शेयर की। इसके अलावा उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा है, 'कभी- कभी जीवन में, आप किसी से मिलते हैं और एक संबंध महसूस करते हैं जैसे कि आप उसे अपनी पूरी जिंदगी से जानते हैं। आपको एहसास होता है कि आपको भाई बनने के लिए उसी गर्भ से पैदा नहीं होना है।
इस तरह हम मिले। अगर हम फिल्म सिटी में खाना और लंबी सैर नहीं करते तो हमें एहसास नहीं होता कि हम कब और कैसे एक दूसरे के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं।''इतनी सारी यादें, हमारी यात्राएं, हमारी अंतहीन चैट, भोजन, फिल्में, किताबें, प्रकृति, विज्ञान, संबंध और बहुत सारी बकवास। वो उस बच्चे की तरह था जो किसी कैंडी शॉप पर खड़ा हो। जबरदस्त एनर्जी और सपने ऐसे जो कभी खत्म नहीं होते। उसने मुझे प्यार का एहसास कराया। हमने एक अनोखा बंधन साझा किया और मुझे हमेशा खुशी हुई कि हमारे रिश्ते को स्नेह या सार्वजनिक मान्यता के किसी भी सार्वजनिक प्रदर्शन की आवश्यकता नहीं थी।
यह हम दोनों के लिए पवित्र था।'महेश शेट्टी ने आगे लिखा- 'उसकी सफलता, उसकी उपलब्धियां, उसका काम, वो हमेशा एक पूर्णतावादी था और चाहें जो भी कहूं, मैं कभी भी उसकी प्रतिभा की व्याख्या नहीं कर पाऊंगा। मैं कभी भी यह व्यक्त नहीं कर सकता था कि हर बार जब मैंने उसकी फिल्म को बड़े पर्दे पर देखा तो मुझे बहुत खुशी हुई और कड़ी मेहनत के सभी दिन और रात उसने अपने किरदारों के पीछे लगा दिए। उसकी आंखों में सपने के साथ जीवन से भरा था। जो भी उससे प्यार करता था, वह हमेशा मेरे परिवार का हिस्सा बन जाता है और वह हमेशा उसी तरह रहेगा।'
अंत में महेश ने लिखा-'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यह सब तुम्हारे लिए लिखूंगा भाई। कभी उम्मीद नहीं थी कि तुम इतनी जल्दी चले जाओगे। मैं हमेशा तुम्हें विरासत के तौर पर अपने दिल में रखूंगा और इसे बेकार नहीं जाने दूंगा। काश दुनिया तुम्हारे काम की तरह तुम्हारी जिंदगी का जश्न मनाती। यदि आप अचानक अपने दिल का एक टुकड़ा खो देते हैं तो आप कैसे महसूस करते हैं? तुम जानते थे कि शेट्टी है और तेरे साथ हमेशा रहेगा। फिर क्यों? बात तो कर लेता यार। मुझे पता है कि तुम सितारों से कितना प्यार करते थे। धरती मां की कसम, मैं हर रात तुम्हें देखूंगा।'
सुशांत ने 14 जून को सुसाइड किया था। पुलिस को उनके घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। सुशांत 6 महीने से डिप्रेशन से लड़ रहे थे। 15 जून को सुशांंत का अंतिम संस्कार किया गया। वीरवार(18जून )को सुशांत के परिवार ने उनकी अस्थियों पटना ले जाकर गंगा में प्रवाहित की और उन्हें आखिरी अलविदा कहा।