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हरिवंश राय बच्चन की वजह से Manoj Bajpayee बने थे एक्टर, बताई पूरी कहानी

Updated 10 March, 2023 05:52:56 PM

बचपन मे हरिवंश राय बच्चन की कविता को पढ़कर किया, मनोज बाजपेयी ने एक अभिनेता बनने का फैसला ! सोसाइटी अचीवर्स के कवर लांच पर किया,पहली बार ये खुलासा।

नई दिल्ली। बहुमुखी प्रतिष्ठित अभिनेता मनोज बाजपेयी ने फिल्म गुलमोहर की पूरी टीम के साथ नवीनतम सोसाइटी अचीवर्स पत्रिका कवर का अनावरण किया। सोसाइटी अचीवर्स भारत की प्रमुख सेलिब्रिटी समाचार और जीवन शैली पत्रिका है जो विभिन्न क्षेत्रों के अचीवर्स और आइकन की प्रेरक सफलता की कहानियों को कवर करती है।

 

पत्रिका के नवीनतम अंक में एक रोमांचक कवर स्टोरी है जिसमें पावरहाउस कलाकार और प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी हैं, जिन्होंने मीडिया मैग्नेट नारी हीरा, अशोक धमांकर, एंड्रिया कोस्टाबीर, मोहम्मद मोरानी, ​​डॉ. अनुषा श्रीनिवासन अय्यर ,मंजू लोढ़ा, सिमरन आहुजा की उपस्थिति में राष्ट्रीय मीडिया के लिए पत्रिका कवर का अनावरण किया। 

 

इस मौके पर एक्टर मनोज बाजपेयी ने बचपन की एक बहुत बड़ी बात बताई। एक ऐसी कहानी का जिक्र किया जिसके बाद उन्होंने एक्टर बनने का फैसला किया । मनोज बाजपेयी ने कहा कि ,"मैं बहुत छोटा था,पांचवी या छटवीं क्लास में था और हमारी क्लास से किसी एक को, एलुकेशन में कविता का वर्णन करना था। मैं नही जानता कि इसके पीछे की वजह लेकिन मैं बहुत शर्मिला और रिज़र्व स्वभाव का था जो कभी कभी दीवारों पर कूदता था तो इसपर टीचर ने मुझे ठीक करने की ठानी और उन्होंने कहा कि इस कविता का वर्णन सबके सामने तुम्हे करना होगा और ये कविता श्री हरिवंश राय बच्चन जी की लिखी हुई थी।

 

रोज क्लास खत्म होने के बाद मेरे टीचर मुझे इस तैयारी में मदद करते थे।  हालांकि जब वो दिन आया। मैं स्टेज पर गया। कविता को वर्णित करने के बाद लोगों ने बहुत वाहवाही की और तब मुझे लगा कि ये मेरे लिये बना हैं। मैंने उस दिन ये निर्धारित किया कि मुझे एक अभिनेता बनना हैं जो एक गांव से आता है और एक किसान का बेटा हैं।  ये सब ऊपर वाले का करम होता हैं।इसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नही देखा" इस पत्रिका में मनोज बाजपेयी के जीवन, परीक्षणों और उतार-चढ़ाव का विवरण किया गया हैं जो अपनी जड़ों को कभी नहीं भूले हैं। जैसा कि मंजू लोढ़ा ने कहा, "किताब के भौतिक पन्नों को पलटने और कहानी पढ़ने से बड़ा कुछ नहीं है। आपको जाना चाहिए, पत्रिका की एक प्रति खरीदनी चाहिए और सच्चे पढ़ने का आनंद महसूस करना चाहिए!"

Content Editor: Sonali Sinha

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