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Movie Review: ‘करीब करीब सिंगल’

Updated 10 November, 2017 11:03:22 AM

बॉलीवुड एक्टर इरफान खान की फिल्म ‘करीब करीब सिंगल’ आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म में इरफान के साथ नेहा धूपिया और पार्वती है। फिल्म ऑनलाइन डेटिंग और अधेड़ उ्म्र के प्रेम के इंट्रेस्टिंग कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है। इरफान खान और साउथ की पार्वती जैसे सधे हुए कलाकार हैं। पहले हाफ में जबरदस्त बिल्डअप भी है, लेकि

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान की फिल्म ‘करीब करीब सिंगल’ आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म में इरफान के साथ नेहा धूपिया और पार्वती है। फिल्म ऑनलाइन डेटिंग और अधेड़ उ्म्र के प्रेम के इंट्रेस्टिंग कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है। इरफान खान और साउथ की पार्वती जैसे सधे हुए कलाकार हैं। पहले हाफ में जबरदस्त बिल्डअप भी है, लेकिन सेकंड हाफ में आकर ऐसा लगता है कि फिल्म की कोई कहानी रह ही नहीं गई है। फिल्म की कहानी इरफान और पार्वती की है। पार्वती के पति का निधन हो चुका है और वह अकेले जिंदगी जी रही है। लोग अपने काम निकालने के लिए उसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन एक दिन वो हिम्मत करके डेटिंग साइट पर जाती है, और वहां उसे मिलता है जिंदादिल और मस्तमौला इरफान खान। उसका बिंदास अंदाज और जिंदगी को लेकर नो टेंशन एटीट्यूड पार्वती को जम जाता है। फिर एक दिन इरफान डींगें हांकते हुए कहता है कि उसकी पूर्व तीन गर्लफ्रैंड उसके लिए आज भी रोती होंगी जबकि पार्वती कहती हैं कि ये बकवास है। इस तरह इरफान की पुरानी गर्लफ्रैंड्स का हाल जानने के लिए वे देहरादून, जयपुर और गंगटोक जाते हैं। इस सफर के दौरान काफी कुछ होता है पार्वती और इरफान के बीच की कैमिस्ट्री सामने आती है।

पहला हाफ मस्त चलता है, इरफान खान की एक्टिंग पानी की तरह बहती है और वह कहानी में जान डालते हैं। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस बहुत मजबूत है। लेकिन ऐसा लगता है कि डायरैक्टर और राइटर के पास फिल्म को लेकर अच्छा कॉन्सेप्ट तो था लेकिन कहानी नहीं थी। इरफान की तीन गर्लफ्रैंड्स का जिक्र और भी कई ऐसी बातें हैं जिनके कोई मायने नजर नहीं आते हैं। दूसरा हाफ थका देता है और पहले हाफ के मजे को भी बिगाड़ देता है। फिल्म में कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाते हैं। नेहा धूपिया छोटे से रोल में आती हैं। लेकिन उनके पास करने को कुछ ज्यादा नहीं है।

फिल्म का कॉन्सेप्ट सिंगल वर्किंग वीमेन और अधेड़ शायर पर आधारित है। ऑनलाइन डेटिंग भी है। खूबसूरत नजारे भी हैं। लेकिन सेकंड हाफ में कहानी हांफ जाती हैं। मजबूत फर्स्ट हाफ और कमजोर सेकंड हाफ तंग करता है। फिल्म का बजट लगभग 20 करोड़ रु. बताया जाता है। फिल्म में न्यू जनरेशन को कनेक्ट करने वाले कई फैक्टर हैं। फिर इरफान की एक्टिंग के दीवानों और उनके फैन्स के लिए यह अच्छी ट्रीट है। इसके अलावा कोई और बड़ी उम्मीद पालना ‘करीब करीब नासमझी’ होगी। 

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