फिल्म इंडस्ट्री में मीटू कैम्पेन चलाने वाली एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता पर नाना पाटेकर की एनजीओ ''नाम फाउंडेशन'' ने 25 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा लगाया है। इतना ही नहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने तनुश्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाना पाटेकर के ''नाम और फाउंडेशन'' पर आरोप लगाने से रोक दिया है। इससे पहले भी तनुश्री दत्ता एनजीओ पर कई गंभीर आरोप लगा चुकी हैं।
13 Mar, 2020 01:38 PMबॉलीवुड तड़का टीम. फिल्म इंडस्ट्री में मीटू कैम्पेन चलाने वाली एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता पर नाना पाटेकर की एनजीओ 'नाम फाउंडेशन' ने 25 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा लगाया है। इतना ही नहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने तनुश्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाना पाटेकर के 'नाम और फाउंडेशन' पर आरोप लगाने से रोक दिया है। इससे पहले भी तनुश्री दत्ता एनजीओ पर कई गंभीर आरोप लगा चुकी हैं।
हाल ही में जब इस मुकदमे की सुनवाई हुई तो इस दौरान तनुश्री कोर्ट में अनुपस्थित रही।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हाई कोर्ट में दाखिल याचिका में नाना पाटेकर और मकरंद अनासपुरे द्वारा 2015 में शुरू किए गए 'नाम फाउंडेशन' ने कहा कि उनके एनजीओ लगातार सूखे से प्रभावित इलाकों में किसानों की दिशा सुधारने के लिए काम कर रहा है, लेकिन तनुश्री ने जनवरी 2020 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके एनजीओ पर आरोप लगाए, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।
बता दें, अक्टूबर साल 2018 में तनुश्री दत्ता ने आरोप लगाया था कि 'हॉर्न ओके प्लीज' के गाने की शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर ने उन्हें गल्त ढंग से छुआ था और बदतमीजी करने की कोशिश भी की थी। तनुश्री के इस खुलासे के बाद बॉलीवुड में काफी हंगामां मच गया था। ये खुलासा करने के बाद एक्ट्रेस अमेरिका चली गईं। तनुश्री के इस आरोप को नाना पाटेकर को गलत ठहराया था।
नाना पाटेकर पर लगे इस गंभीर आरोप को पिछले साल जून में बंद कर दिया था। पुलिस रिपोर्ट में इस शिकायत को गलत करार दिया गया था। हालांकि केस बंद करने के खिलाफ तनुश्री की याचिका अभी भी अदालत के समक्ष लंबित है।