कहते हैं ना कि जब चारों तरफ अंधेरा है तो भगवान उम्मीद की किरण जरुर दिखाते हैं। बीते दिनों शायद बाॅलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी को भी कुछ ऐसा ही महसूस हुआ होगा तभी तो घर पर बच्चों को छोड़कर वह अकेली ही मां वैष्णो देवी के दरबार में मत्था टेकने पहुंच गई थीं। खास बात तो ये है जिस दिन शिल्पा मुंबई से कटरा के लिए निकली थीं, उसी दिन मुंबई क्राइम ब्रांच ने राज कुंद्रा के खिलाफ 1500 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी।
21 Sep, 2021 02:36 PMमुंबई: कहते हैं ना कि जब चारों तरफ अंधेरा है तो भगवान उम्मीद की किरण जरुर दिखाते हैं। बीते दिनों शायद बाॅलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी को भी कुछ ऐसा ही महसूस हुआ होगा तभी तो घर पर बच्चों को छोड़कर वह अकेली ही मां वैष्णो देवी के दरबार में मत्था टेकने पहुंच गई थीं। खास बात तो ये है जिस दिन शिल्पा मुंबई से कटरा के लिए निकली थीं, उसी दिन मुंबई क्राइम ब्रांच ने राज कुंद्रा के खिलाफ 1500 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी।
अंदाजा लगाया जा रहा था कि राज कुंद्रा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं लेकिन मां के दरबार पहुंची शिल्पा को निराशा हाथ नहीं लगी और उनके परिवार के सिर का संकट भी दूर हो गया।
मां के दरबार में मन्नत मांगने के महज 5 दिन बाद ही शिल्पा के पति जेल से छूट गए। अश्लील फिल्म बनाने और उसे अपलोड करने के आरोप में राज कुंद्रा दो महीने से परिवार से दूर थे, उन्हें जमानत मिलने में भी मुश्किल हो रही थी।
लेकिन आज वो अपने परिवार के पास पहुंच गए हैं। राज कुंद्रा की जेल से रिहा होने के बाद शिल्पा के फैंस उनकी मन्नत से जोड़ रहे हैं। फैंस कह रहे हैं ये शिल्पा के मन्नतों का असर है।
बप्पा का भी किया था स्वागत
मां के दरबार जाने से पहले शिल्पा ने संकटमोचन गणपति गणेश से अपने संकट टालने की मन्नत मांगी थी। दोनों बच्चों के साथ बप्पा की आरती करती शिल्पा ने इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा था-'हर साल की तरह, इस साले भी हमारे गन्नू राजा हमारे साथ हैं, तो हर संकट की मात है। शिल्पा को उम्मीद थी कि उनकी जिंदगी के संकट जल्द ही टलेंगे, और अब देखिए ऐसा ही हुआ है।'
मंगलवार (21 सितंबर) को राज कुंद्रा मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से बाहर आते देख शिल्पा ने भी राहत की सांस ली होगी। जेल से बाहर आते समय राज ने मीडिया से कोई बात तो नहीं कि लेकिन उनकी ये हालत देख आसानी से समझा सकता है कि बीते दो महीनों का एक एक पल जेल में काटना उनके के लिए किसी सदी से कम नहीं था।