दीपिका के जेएनयू छात्रों के समर्थन में आने के बाद सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया था। एक तरफ जहां उनके विरोध में हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ उनके सपोर्ट में भी क़ाफी लोग सामने आए। इस लिस्ट में नया नाम शिवसेना नेता संजय राउत का शामिल हो गया है।
12 Jan, 2020 01:15 PMबॉलीवुड तड़का डेस्क। दीपिका के जेएनयू छात्रों के समर्थन में आने के बाद सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया था। एक तरफ जहां उनके विरोध में हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ उनके सपोर्ट में भी क़ाफी लोग सामने आए। इस लिस्ट में नया नाम शिवसेना नेता संजय राउत का शामिल हो गया है। आज सुबह संजय राउत ने एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के समर्थन में बयान दिया।
राज्यसभा सांसद संजय शिवसेना के मुखपत्र "सामना" के एडिटर हैं। उन्होंने कहा कि, 'इस देश को तालिबानी शैली में नहीं चलाया जा सकता।" मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दीपिका के जाने के बाद, कई लोगों ने उनकी तारीफ की, लेकिन कुछ अन्य लोगों ने "वामपंथियों का समर्थन" करने के लिए उनकी आलोचना करते हुए कहा कि यह उनकी नई फिल्म "छपाक" के लिए एक प्रमोशनल स्टंट था। जिसके चलते सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनकी नई फिल्म के बहिष्कार की भी मांग कर रहे थे। कुछ भाजपा नेताओं ने भी दीपिका के इस कदम की आलोचना की।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए श्री राउत ने कहा, "एक्ट्रेस और फिल्म के बहिष्कार की मांग गलत है। देश को तालिबानी शैली में नहीं चलाया जा सकता है।" मेघना गुलजार के डायरेक्शन में बनी "छपाक" का अजय देवगन की तानाजी के साथ बॉक्स ऑफिस क्लैश हुआ। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकारों ने गुरुवार को दोनों राज्यों में फिल्म को टैक्स-फ्री घोषित कर दिया। टैक्स-फ्री घोषित करने का मतलब है कि राज्य ने उस पर लगाए गए एंटरटेनमेंट टैक्स को माफ कर दिया है।
इससे पहले विवादों में फंसी 'छपाक' के मेकर्स को दिल्ली हाई कोर्ट ने शनिवार को रोक दिया। दरअसल, एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी की लाइफ पर बनी इस फिल्म में उनकी वकील अपर्णा भट को क्रेडिट दिए बिना रिलीज़ कर दिया गया। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने निर्देश दिया कि मेकर्स 15 जनवरी तक एसिड अटैक सर्वाइवर के वकील के रूप में एडवोकेट अपर्णा भट के योगदान को श्रेय दें।