भारत का विशाल शिक्षा क्षेत्र बस एक ही सिद्धांत के दम पर टिका हुआ है- विश्वसनीयता। इस सेक्टर ने दिखाया है कि प्रचारकों के रूप में वह उन्हीं प्रसिद्ध व्यक्तियों को हाथ लगाएगा, जिन पर लोग लंबे समय से भरोसा करते चले आ रहे हैं...
10 Nov, 2020 03:30 PMनई दिल्ली। भारत का विशाल शिक्षा क्षेत्र बस एक ही सिद्धांत के दम पर टिका हुआ है- विश्वसनीयता। इस सेक्टर ने दिखाया है कि प्रचारकों के रूप में वह उन्हीं प्रसिद्ध व्यक्तियों को हाथ लगाएगा, जिन पर लोग लंबे समय से भरोसा करते चले आ रहे हैं और जिनकी विश्वसनीयता की वजह से लोग उनको फॉलो करते हैं। वर्तमान में एज्युकेशन सेक्टर का प्रचार-प्रसार करने वाली ऐसी तीन हस्तियां हैं- शाहरुख खान, रणवीर सिंह और आयुष्मान खुराना। यह कहने की जरूरत नहीं है कि ये तीनों टॉप स्टार सबको एक जैसा प्यार, भरोसा और आस्था प्रदान करने का प्रतीक हैं।
भरोसे पर खड़ी है बुनियाद
ट्रेड से जुड़े एक सूत्र का कहना है- एक सेक्टर के तौर पर शिक्षा भरोसे की बुनियाद पर खड़ी है क्योंकि इसे एक ऐसी इंडस्ट्री की नजर से देखा जाता है, जो हमारे देश के बच्चों को असाधारण मूल्य देती है। यह सेक्टर अपने प्रचारकों का चयन करने में बेहद सावधानी बरतता है, क्योंकि सेलेब्रिटी की साख मजबूत होना इस सेक्टर के लिए एक अनिवार्य शर्त है। प्रचार के लिए नियुक्त किया गया व्यक्ति अपने वैल्यू सिस्टम और विश्वसनीयता को लेकर प्रतिष्ठित होना चाहिए, उसे बेहद ईमानदार और खरा होना चाहिए तथा लोगों को उनमें और उनके काम में भरोसा होना चाहिए।सूत्र ने आगे बताया कि यही वजह है कि एज्युकेशन सेक्टर से चंद सेलेब्रिटी ही जुड़े रहे हैं। अगर आप आज के हालात पर नजर डालें, तो इस देश पर राज करने वाले सुपरस्टार और वैश्विक स्तर के एक प्रमुख भारतीय शाहरुख खान शिक्षा के क्षेत्र का प्रचार कर रहे हैं।
रणवीर सिंह ने कहा ये
आज के सुपरस्टार रणवीर सिंह, जिनके काम ने भारत में शानदार कंटेंट का विस्तार किया है, प्रचारक बनाए गए हैं।
वह एक ऐसे निडर सुपरस्टार हैं, जो जोखिम उठाने और क्षमता से आगे बढ़कर काम करने से पीछे नहीं हटते। भारत को बेहतर बनाने के लिए वर्जनाओं को ध्वस्त करने वाली अपनी सोशल इंटरटेनर फिल्मों के माध्यम से जरूरी बहस छेड़ने वाले आयुष्मान खुराना भी प्रचारक बने हैं। उन्हें दुनिया के मौजूदा सबसे प्रभावशाली लोगों वाली टाइम मैगजीन की सूची में शामिल किया गया है। तो, इन तीनों नामों से एक ही चीज झरती है- विश्वसनीयता।“