‘वॉर एक सदाबहार ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर है, जिसने साल 2019 में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी और यह उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी...
02 Oct, 2020 01:59 PMनई दिल्ली। ‘वॉर एक सदाबहार ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर है, जिसने साल 2019 में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी और यह उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित इस फिल्म में देश के सबसे बड़े एक्शन सुपरस्टार्स में से दो- ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ एक-दूसरे के आमने-सामने थे। भारत में लगभग 320 करोड़ रुपये कमाने वाली इस फिल्म की पहली सालगिरह पर सिड आनंद ने बताया कि आदित्य चोपड़ा और वह ‘‘वॉर’’ के साथ भारत में एक्शन फिल्मों के लिये नया मापदंड स्थापित करना चाहते थे।
वॉर की कहानी को लेकर कहा ये
सिद्धार्थ ने कहा कि जब हमने शुरूआत की और ‘वॉर’ की पटकथा लिखी जा रही थी, मैं उसे अंग्रेजी फिल्म की तरह लिख रहा था। उसमें गीत नहीं थे, उसकी भाषा बिलकुल नई थी। जब मैं भाषा की बात करता हूँ, तो मेरा मतलब फिल्म में बोली जा रही भाषा से नहीं है, मैं फिल्म की भाषा की बात कर रहा हूँ, यानी जिस तरह फिल्म के दृश्य आगे बढ़ते हैं, उन्हें प्रस्तुत करने का तरीका। हमें यह सोचकर सब कुछ तैयार करना था कि वह 2 साल बाद फिल्म रिलीज होने के वक्त बिल्कुल प्रासंगिक लगे, फिर चाहे हर दृश्य का कंटेन्ट हो, या स्क्रीनप्ले का अंदाज, यह सब थोड़ा कठिन था और जिस तरह चीजें आगे बढ़ रही थीं, वह लगातार थ्रिलर जैसी थीं। मुझे यह भी नहीं पता था कि दो साल बाद दर्शक आखिर क्या देखना पसंद करेंगे, मुझे मौजूदा ट्रेंड्स के हिसाब से दर्शकों की उभरती पसंद के अनुरूप कंटेन्ट लेकर आना था।
हमेशा दर्शकों को दिया कुछ नया
उन्होंने आगे कहा कि जब फिल्म आई, तो अच्छी बात यह थी कि हमारे प्रयासों के अनुसार वह बहुत ही प्रासंगिक और समकालीन थी। जब फिल्म के लिए कास्टिंग हो रही थी, तब ऋतिक और टाइगर मेरे दिमाग में थे- और बाकी काम अपने आप हो गया! यह कास्ट सपने जैसी थी और हमें उम्मीद नहीं थी कि यह दोनों सुपरस्टार्स एक साथ आएंगे! आजकल फिल्म के लिये एक्टर ढूंढना बहुत कठिन है और दो सुपरस्टार्स मिलना तो सपने जैसा है। इसलिये उस फिल्म से उम्मीदें बहुत ज्यादा थीं।सिद्धार्थ ने हमेशा अपने सिनेमा के जरिये दर्शकों को कुछ नया दिया है। सलाम नमस्ते, ता रा रम पम, बैंग बैंग! और अब ‘वॉर’ से इस डायरेक्टर ने दिखा दिया है कि वे एक बहुत ही महत्वाकांक्षी फिल्म-मेकर हैं, जो पर्दे पर नयापन लाना चाहते हैं।
2012 से शुरू किया एक्शन फिल्में बनाना
चूंकि हमारे पास दो एक्शन सुपरस्टार्स थे, इसलिये हमें एक मापदंड बनाना था। जब मैंने साल 2012 से एक्शन फिल्में बनाना शुरू किया कि तब मुझे केवल यह पता था कि भारत में मेरे लिये कोई मापदंड या आदर्श नहीं था। क्योंकि मुझे नहीं लगता कि हम भारत में कई एक्शन फिल्में या अच्छी एक्शन फिल्में बनाते हैं। मैं अपनी पिछली एक्शन फिल्मों से बेहतर करना चाहता था। मेरा कॉम्पीटिशन बैंग बैंग के एक्शन से था। बैंग बैंग में हमने बहुत कुछ नया किया था और मैं उससे बेहतर करना चाहता था और दर्शकों को उससे कुछ ज्यादा देना चाहता था और ‘वॉर’ के जरिये बहुत कुछ दे सका।
वॉर बनाते समय यशराज फिल्म्स के प्रमुख आदित्य चोपड़ा के साथ सिद्धार्थ की जो रचनात्मक चर्चाएं हुईं, उनके बारे में उन्होंने बताया, ‘‘बड़ी एक्शन फिल्म बनाने के लिये प्रोड्यूसर सबसे महत्वपूर्ण होता है। और हमारे पास आदि (आदित्य) थे, जो एक बेहतरीन प्रोड्यूसर हैं। वे फिजूलखर्ची नहीं करते हैं, पर इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि पैसा अच्छी तरह और बिल्कुल सही जगह खर्च हो। और आप जो खर्चा करते हैं, वह स्क्रीन पर दिखता भी है। तो मेरे पास ऐसा प्रोड्यूसर था, जिसने दर्शकों को ऐसी फिल्म देने में संकोच नहीं किया, जैसी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी और जो उनकी उम्मीदों से ज्यादा थी।
ऋतिक और टाइगर ने की कड़ी मेहनत
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मतलब यह है कि वे ऐसे प्रोड्यूसर हैं, जो आर्कटिक में कार चेज सीक्वेंस की शूटिंग जैसी सलाह भी दे सकते हैं। मेरा मतलब है कि कोई भी दूसरा प्रोड्यूसर होता, तो कहता कि आपके पास ऋतिक और टाइगर हैं, तो सेट पर ही एक्शन सीक्वेंस कीजिये और सेट के भीतर ही बेहतरीन एक्शन फिल्माइये, अगर चाहें, तो सेट को उड़ा दीजिये। मैंने वह तो किया ही और आर्कटिक में कार चेज भी की, क्योंकि मैं भी ऐसी सलाह दे सकता हूं और इसका कारण आदि जैसे प्रोड्यूसर का साथ है, जिनका जीवन फिल्मों और सिनेमा के इर्द-गिर्द ही है और वह हमेशा बेहतर करना चाहते हैं।