मशहूर कॉमेडियन और एक्टर राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था। दिल्ली के एम्स में राजू श्रीवास्तव करीब 43 दिनों तक कोमा की स्थिति में रहे और 21 सितंबर 2022 को उनका निधन हो गया। कॉमेडियन की मौत के साथ उनके वो सपने भी अधूरे रह गए, जो कभी उन्होंने परिवार और करियर के लिए देखे थे। लेकिन अब राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा श्रीवास्तव ने उन सपनों को पूरा करने का फैसला किया है।
26 Dec, 2022 02:01 PMमुंबई. मशहूर कॉमेडियन और एक्टर राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट के दौरान कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था। दिल्ली के एम्स में राजू श्रीवास्तव करीब 43 दिनों तक कोमा की स्थिति में रहे और 21 सितंबर 2022 को उनका निधन हो गया। कॉमेडियन की मौत के साथ उनके वो सपने भी अधूरे रह गए, जो कभी उन्होंने परिवार और करियर के लिए देखे थे। लेकिन अब राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा श्रीवास्तव ने उन सपनों को पूरा करने का फैसला किया है।

शिखा श्रीवास्तव ने कहा- 'मेरी जिंदगी तो पूरी तरह बदल गई है। मैं शायद इसे कभी बयां भी नहीं कर पाऊंगी। शरीर तो उनका गया है, पर मेरी जिंदगी चली गई। मेरी जिंदगी का आधे से ज्यादा हिस्सा उनके साथ गुजरा था। मैं उन्हें बचपन से जानती थी। उनके बड़े भाई से मेरी कजन सिस्टर की शादी हुई। हमारी मुलाकात शादी में ही हुई थी और तभी से हमारा जुड़ाव हो गया।'

शिखा श्रीवास्तव ने आगे कहा- 'जब वह राजू श्रीवास्तव से शादी करके लखनऊ से मुंबई आई थीं तो मन में काफी सवाल थे। वह एक ऐसे इंसान के साथ शादी करके घर बसा रही थीं, जिसका जॉब टाइम रेगुलर नहीं है। राजू श्रीवास्तव काम संभालते थे तो वह घर संभालती थीं। उनका पूरा ध्यान हमेशा राजू और बच्चों पर ही होता था। सफलता के साथ-साथ हर उतार-चढ़ाव में वह राजू श्रीवास्तव के साथ ढाल बनकर खड़ी रहीं। राजू जी के जाने के बाद उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि वह खुद को कैसे संभालेंगी। पर शायद बुरा वक्त ही इस बात की परख करवाता है कि आप कितने स्ट्रॉन्ग हैं।'

इसके अलावा शिखा श्रीवास्तव ने कहा- 'राजू जी उनसे हमेशा ऑफिस संभालने के लिए कहते थे। लेकिन वह टालती रहती थीं क्योंकि उन्हें तब इसमें इंट्रेस्ट नहीं आता था। लेकिन अब राजू उन्हें देख रहे होंगे तो जरूर खुश होंगे कि शिखा सब संभाल लेंगी। उन्हें अभी भी ऐसा लगता है जैसे कोई बुरा सपना देख रही हों और वह बस टूट जाए। हिम्मत तो नहीं है। लेकिन काम करना है तो हिम्मत आ रही है। राजू जी जो कुछ भी अधूरा छोड़कर गए हैं, अब उन्हें सब पूरा करना है। बच्चों को सैटल करने के साथ-साथ उनका काम भी संभालना है।'