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डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स के 3 साल: निर्माता लाल भाटिया ने कंपनी के बारे में बताईं खास बातें

Updated 28 August, 2021 02:33:25 PM

एक ऐसी प्रोडक्शन कंपनी, जो अब पूरी तरह से विभिन्न तरह की कहानियों को रोचक ढंग से पेश करने में तल्लीन है। कंपनी हमेशा से ही उपेक्षित रहे समुदायों की कहानियां सामने लाने की कोशिश करती रही है। इन कोशिशों का अक्स ''एवरी 68 मिनट्स'', ''सुनो ना पापा'' और ''पनाह'' जैसी फिल्मों में दिखाई देता है।

नई दिल्ली। वाईन और खाने के तेल के विज्ञापनों के निर्माण से हुई सामान्य सी शुरुआत 2018 में देखते ही देखते डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स की स्थापना में तब्दील हो गई। एक ऐसी प्रोडक्शन कंपनी, जो अब पूरी तरह से विभिन्न तरह की कहानियों को रोचक ढंग से पेश करने में तल्लीन है। कंपनी हमेशा से ही उपेक्षित रहे समुदायों की कहानियां सामने लाने की कोशिश करती रही है। इन कोशिशों का अक्स 'एवरी 68 मिनट्स', 'सुनो ना पापा' और 'पनाह' जैसी फिल्मों में दिखाई देता है। ग़लतफ़हमियों से जुड़े तमाम असर की कहानियां 'अ सेपरेट स्काय' और 'चल साथिया' में पेश की गईं। 'उम्मीद' और 'समझो भारतवासी' के जरिए सामाजिक सेवा की भावना और कोविड से संबंधित जागरुकता को रेखांकित किया गया। 'तेरा मेरा रिश्ता' नामाक रोमांटिक गाना इश्क से जुड़े अनोखे जज्बात की कहानी को बयां करता है।

महज 3 सालों में डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स ने 36 अवॉर्ड्स अपने नाम किये हैं और उसे 50 से अधिक सम्मान प्राप्त हुए हैं। उसे हासिल कुछ चुनिंदा सम्मानों में कान वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल, 11वां दादासाहेब फिल्म फेस्टिवल 2021, कैलिफोर्निया म्यूजिक वीडियो एंड फिल्म अवॉर्ड्स, इस्तांबुल फ़िल्म अवॉर्ड्स 2021, वाइट यूनिकॉर्न इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल, लंदन म्यूजिक वीडियो फ़ेस्टिवल और ग्लोबल म्यूजिक अवॉर्ड्स का शुमार है।

डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स के अध्यक्ष लाल भाटिया कहते हैं, "मैं हमेशा से ऐसे लोगों को आगे लाने में यकीन करता रहा हूं, जो भीड़ से अलग होते हैं. अगर हम ऐसे लोगों को जानें-समझें तो बहुत मुमकिन है कि हममें कई तरह की समानताएं निकल आएंगी।"

वे आगे कहते हैं, "हम हर मौके पर अपनी रचनात्मक सोच को इसी सच्चाई के अक्स के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. हम अपने हर प्रोजेक्ट पर इसी सोच के साथ काम करते रहे हैं. हमारा मानना है कि सामान्य होने का कोई अर्थ नहीं होता है और ये एक भ्रम के अलावा कुछ नहीं है. हमारी वैचारिक भिन्नता ही हमें एक-दूसरे के करीब ले जाती है।"

कंपनी इसी सोच के साथ आगे बढ़ने में यकीन रखती है. देश में हर 68वें मिनट में एक महिला दहेज और घरेलू हिंसा का शिकार होकर मौत के मुंह में समां जाती है. इसी तल्ख़ सच्चाई को उजागर करती हुई फिल्म का नाम है 'एवरी 68 मिनट्स'। 'अ सेपरेट स्काय' में दर्शाया गया है कि अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल चुनिंदा ढंग से नहीं किया जाना चाहिए और अगर किसी फ़िल्म में सत्तारूढ़ पार्टी के के खिलाफ भी कुछ दर्शाया गया हो, तो भी उसे बनाने‌ का अधिकार होना चाहिए. यह फिल्म आमिर अजीज की कविता 'सब याद रखा जाएगा' से प्रेरित है। नागरिक संशोधन कानून को लेकर सवाल उठानेवाली यह फ़िल्म बंगाल की‌ ओर से बनाई गई ऐसी पहली फिल्म है।

डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स की ओर से लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के जरिए लोगों में सामाजिक चेतना जगाने की भी कोशिश की गई है। इस फिल्म में बांग्ला फिल्मों के कई जाने-माने चेहरों ने काम किया है। इसे यूट्यूब पर 5 लाख व्यूज हासिल हुए थे। 'पनाह' नामक इस शॉर्ट फिल्म में दर्शायी गई घरेलू हिंसा को उचित समय पर दुनिया के सामने लाने की कोशिश की गई ताकि इससे जुड़े संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके। फिल्म 'पनाह' घरेलू हिंसा के दौरान चुप्पी तोड़ने का हौसला देती है. इस फ़िल्म को भारत सरकार के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) का सहयोग भी प्राप्त था।

कंपनी की ओर से कोविड-19 को लेकर बनाए गये 'उम्मीद' नामक प्रेरक म्यूजिक वीडियो ने कैलिफ़ोर्निया म्यूज़िक वीडियो ऐंड फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट वर्ल्ड म्यूजिक कैटीगरी का पुरस्कार हासिल किया. उनकी ओर से कोविड-19 प्रोटोकॉल के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए जनहित में 'समझो भारतवासी' नामक एक और म्यूजिक वीडियो भी बनाया था. इसे भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के साथ साझा तौर पर बनाया गया था। उल्लेखनीय है कि इस म्यूजिक वीडियो ने खूब सुर्खियां बटोरीं थीं और 48 घंटों के भीतर ही इसे एक मिलियन (10 लाख) व्यूज मिल गये थे!

कंपनी की कोशिश है कि वो अपने मीडिया प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बदलाव की दिशा‌ में काम करे और इस तरह से लोगों की‌‌‌ मदद करने में सफल साबित हो। उल्लेखनीय है कि उभरते हुए गायकों को मौका देने के मद्देनज़र उन्होंने बिना शर्त की जानेवाली मोहब्बत की पृष्ठभूमि में 'तेरा मेरा रिश्ता' नामक एक म्यूज़िक वीडियो भी बनाया था। इस गाने को एक 16 साल के गायक ने गाया और कम्पोज किया था, जिसे यूट्यूब पर एक मिलियन (10 लाख) से ज़्यादा हिट्स मिले थे।

लाल भाटिया का मानना‌ है, "चाहे हालात कितने भी चुनौतीपूर्ण क्यों ना हों, डेविड ऐंड गोलिआथ फिल्म्स आगे भी इसी तरह की अनूठी और रोमांच से भरपूर फ़िल्मों का निर्माण करता रहेगा।" ग़ौरतलब है कि लाल भाटिया भविष्य को जानने में यकीन नहीं रखते हैं। वे कहते हैं, "मैं भविष्य के बारे में नहीं सोचता हूं। मैं मौजूदा समय के बारे में सोचने में यकीन रखता हूं। और अभी तो मैंने बस शुरुआत ही की है।"
 

Content Writer: Deepender Thakur

Producer Lal BhatiaDavid and Goliath Filmsनिर्माता लाल भाटिया

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