बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर शेयर की है जिसे देखने के बाद फैंस की बढ़ गई है। सामने आई तस्वीर में ऋतिक कमर पर बैल्ट लगाए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं वह बैसाखी के सहारे खड़े नजर आ रहे हैं। एक्टर ने अपनी इस हालत की वजह के साथ ही दर्द भी बयां किया है। एक्टर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा- 'शुभ दोपहर। आपमें से कितने लोगों को कभी बैसाखी या व्हीलचेयर पर रहने की जरूरत पड़ी और इससे आपको कैसा महसूस हुआ? मुझे याद है कि मेरे दादाजी ने हवाई अड्डे पर व्हीलचेयर पर बैठ
14 Feb, 2024 05:28 PMमुंबई: बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर शेयर की है जिसे देखने के बाद फैंस की बढ़ गई है। सामने आई तस्वीर में ऋतिक कमर पर बैल्ट लगाए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं वह बैसाखी के सहारे खड़े नजर आ रहे हैं। एक्टर ने अपनी इस हालत की वजह के साथ ही दर्द भी बयां किया है। एक्टर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा- 'शुभ दोपहर। आपमें से कितने लोगों को कभी बैसाखी या व्हीलचेयर पर रहने की जरूरत पड़ी और इससे आपको कैसा महसूस हुआ? मुझे याद है कि मेरे दादाजी ने हवाई अड्डे पर व्हीलचेयर पर बैठने से इनकार कर दिया था क्योंकि यह उनकी खुद की "मजबूत" मानसिक छवि के साथ मेल नहीं खाता था।
![Bollywood Tadka](https://static.punjabkesari.in/multimedia/17_19_260553505haritik-d.jpg)
मुझे याद है मैंने कहा था, 'लेकिन डेडा, यह सिर्फ एक चोट है और इसका आपकी उम्र से कोई लेना-देना नहीं है!' यह चोट को ठीक करने में मदद करेगा और उसे और अधिक नुकसान नहीं पहुंचाएगा!' यह देखकर मुझे बहुत दुख हुआ कि अंदर के डर और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए उन्हें कितना मजबूत होने की जरूरत थी। मैं इसका अर्थ नहीं समझ सका।
![Bollywood Tadka](https://static.punjabkesari.in/multimedia/17_18_573192594haritik.jpg)
मुझे असहाय महसूस कराया। मैंने तर्क दिया कि एज फैक्टर इसकी वजह नहीं है क्योंकि उन्हें चोट के कारण व्हीलचेयर की आवश्यकता है, न कि बुढ़ापे की वजह से। उन्होंने इनकार कर दिया और अजनबियों (जिन्हें वास्तव में परवाह नहीं थी) के लिए मजबूत छवि प्रदर्शित की। इससे उनका दर्द बढ़ गया और उपचार में देरी हुई।'
ऋतिक रोशन आगे कहते हैं- 'उस तरह की कंडीशनिंग में निश्चित रूप से योग्यता है, यह एक गुण है। यह एक सैनिक की मानसिकता है। मेरे पिता भी उसी कंडीशनिंग से आते हैं। पुरुष मजबूत हैं, लेकिन अगर आप कहते हैं कि सैनिकों को बैसाखियों की कभी जरूरत नहीं होती और जब चिकित्सकीय रूप से पड़ती भी है तो उन्हें मना कर देना चाहिए, सिर्फ मजबूत होने का भ्रम बरकरार रखने के लिए, फिर मैं बस यही सोचता हूं कि इज्जत इतना हावी हो गई है कि यह सीधे-सीधे मूर्खता की सीमा पर पहुंच गई है। मेरा मानना है कि सच्ची ताकत आराम, संयम और पूरी तरह से जागरूक होना है कि कुछ भी नहीं, न बैसाखी, न व्हीलचेयर, न कोई अक्षमता या भेद्यता - और निश्चित रूप से कोई भी बैठने की स्थिति उस विशाल की छवि को कम या बदल नहीं सकती है जो आप अंदर से हैं।'
काम की बात करें तो ऋतिक रोशन की फिल्म फाइटर हाल ही में रिलीज हुई है। फिल्म में उनके साथ दीपिका पादुकोण हैं।