लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा और अजान बजाने को लेकर छिड़ा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। साधु-संतों और नेताओं के बयान के बाद अब इसमें फिल्म इंडस्ट्री की भी एंट्री हो चुकी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर कहा था कि इसे हटाया जाए। अगर नहीं हटाया गया तो मनसे के कार्यकर्ता भी मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। वहीं महंत बालकदास ने कहा था कि अगर लाउडस्पीकर पर अजान देना सही माना जाता है तो फिर हनुमान चालीसा भी लाइडस्पीकर पर क्यों नहीं हो सकती। अब इस विवाद पर भजन सिंगर अनूप जलो
02 May, 2022 10:25 AMमुंबई. लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा और अजान बजाने को लेकर छिड़ा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। साधु-संतों और नेताओं के बयान के बाद अब इसमें फिल्म इंडस्ट्री की भी एंट्री हो चुकी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर कहा था कि इसे हटाया जाए। अगर नहीं हटाया गया तो मनसे के कार्यकर्ता भी मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। वहीं महंत बालकदास ने कहा था कि अगर लाउडस्पीकर पर अजान देना सही माना जाता है तो फिर हनुमान चालीसा भी लाइडस्पीकर पर क्यों नहीं हो सकती। अब इस विवाद पर भजन सिंगर अनूप जलोटा का बयान आया है।
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अनूप जलोटा ने कहा- हमारे यहां अजान और हनुमान चालीसा दोनों को ही संगीत के जरिए प्रस्तुत किया जाता है। ये दोनों ही सुरीले हैं। जहां अजान में सुर बसते हैं तो वहीं कान्हा भी बांसुरी से तान लगाते हैं। अजान और हनुमान चालीसा दोनों का ही महत्व है, पर वह तेज आवाज के पक्ष में नहीं हैं।
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अनूप जलोटा ने आगे कहा- मंदिर हो या मस्जिद या गुरुद्वारा और चर्च ही क्यों न हो, कहीं भी तेज आवाज नहीं होनी चाहिए। आवाज उतनी ही हो, जो मधुर लगे और किसी को भी कोई तकलीफ न हो। अपना उदाहरण देते हुए अनूप ने कहा कि उन्हें भजन गाना पसंद है। लेकिन वह भजन तेज आवाज में गाने लगें या भजन को तेज आवाज में बजा दिया जाए तो किसी को भी तकलीफ हो सकती है।
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सीएम योगी की तारीफ करते हुए अनूप ने कहा- योगी के राज में गोरखपुर की पूरी तस्वीर बदल गई है। हर तरफ गोरखपुर का नाम हो रहा है। वह 40 साल से गोरखपुर को देख रहे हैं। उनका यहां से गहरा नाता है। लेकिन अब इसकी पूरी शक्ल बदल चुकी है। अगर बाहर से किसी को गोरखपुर ले आएं तो यह शहर उसे पहचान में ही नहीं आएगा।