हाल के दिनों में भारतीय टेलीविजन पर बाल विवाह और कन्या भू्रण हत्या जैसे सामाजिक मुद्दे पर आधारित कार्यक्रम लोकप्रिय हुए हैं और अभिनेत्री मंदिरा बेदी चाहती हैं
27 Jun, 2016 09:35 AMमुंबई: हाल के दिनों में भारतीय टेलीविजन पर बाल विवाह और कन्या भू्रण हत्या जैसे सामाजिक मुद्दे पर आधारित कार्यक्रम लोकप्रिय हुए हैं और अभिनेत्री मंदिरा बेदी चाहती हैं कि अब छोटे पर्दे पर मादक पदार्थ पर आधारित कार्यक्रम भी दिखाए जाएं। दो दशक से अधिक समय से टीवी जगत का हिस्सा रहने वाली मंदिरा ने कहा कि टीवी कार्यक्रमों का कर्तव्य है कि वह सामाज का आईना बने।
मादक पदार्थ समस्याओं के इर्द-गिर्द पर आधारित कार्यक्रमों के छोटे पर्दे पर विस्तार की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर मंदिरा ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘टेलीविजन को हमारे समाज का एक आईना बनना चाहिए क्योंकि यह लोगों के करीब है और इसकी पहुंच ज्यादा है। टेलीविजन का यह कर्तव्य है कि वह आपको बताए कि ‘क्या सही’ है और ‘क्या गलत’ है।’’
विश्व नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और मुंबई पुलिस के सहयोग से फेमिना द्वारा आयोजित ‘से नो टू ड्रग्स’ कार्यक्रम में अभिनेत्री बोल रही थी। ‘शांति’ की 44 वर्षीय अभिनेत्री इस पहल से जुडऩे पर गौरवान्वित महसूस कर रही हैं और उनका कहना है कि मादक पदार्थ के खतरे को लेकर लोगों को शिक्षित करने की सख्त जरूरत है।