बॉलीवुड एक्ट्रैस दिया मिर्ज़ा का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन से प्लास्टिक का प्रयोग 80 फीसदी तक कम कर दिया है। यहां तक कि उन्होंने प्लास्टिक के सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग करना भी बंद कर दिया है। दिया मिर्जा भारत की तरफ से यूएनओ की पर्यावरण सद्भावना दूत बनाई गई हैं। वह पर्यावरण को लेकर हमेशा से ही सजग रही हैं और इसके लिए काम करती रही हैं। उन्होंने प्रदूषण से बचाव के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
08 Dec, 2017 05:15 PMमुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रैस दिया मिर्ज़ा का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन से प्लास्टिक का प्रयोग 80 फीसदी तक कम कर दिया है। यहां तक कि उन्होंने प्लास्टिक के सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग करना भी बंद कर दिया है। दिया मिर्जा भारत की तरफ से यूएनओ की पर्यावरण सद्भावना दूत बनाई गई हैं। वह पर्यावरण को लेकर हमेशा से ही सजग रही हैं और इसके लिए काम करती रही हैं। उन्होंने प्रदूषण से बचाव के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उनका कहना है कि उन्होंने अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी से प्लास्टिक को का उपयोग बहुत कम कर दिया है। सैनिटरी नैपकिन के अलावा उन्होंने प्लास्टिक के टूथब्रश और पानी पीने के लिए प्लास्टिक के बोतल का प्रयोग भी बंद कर दिया है। दिया ने कहा कि हमारे देश में सैनिटरी नैपकिन और डाइपर्स की वजह से बहुत ज्यादा प्रदूषण होता है। इसे हम लोग देख कर भी अनदेखा कर देते हैं। दिया ने यह भी कहा कि कई बार उनके पास सैनिटरी नैपकिन के ऐड के ऑफर आते हैं, लेकिन वो जिस चीज का प्रयोग छोड़ चुकी हैं, उसका प्रचार वो नहीं करना चाहतीं। प्लास्टिक के सैनिटरी नैपकिन्स के बदले दिया ने बायो-डिग्रेडेबल पैड का प्रयोग करने की सलाह दी।