बॉलीवुड की तरह ही बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में भी हर साल कई फिल्में रिलीज होती हैं। इनमें से ज्यादातर फिल्में फैमिली के लिए ही बनाई जाती हैं। हालांकि कई फिल्मों का
31 Aug, 2017 12:11 PMकोलकाता: बॉलीवुड की तरह ही बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में भी हर साल कई फिल्में रिलीज होती हैं। इनमें से ज्यादातर फिल्में फैमिली के लिए ही बनाई जाती हैं। हालांकि कई फिल्मों का कंटेंट बोल्ड होता है जो आप बच्चों और पेरेंट्स के साथ नहीं देख सकते। बांग्ला की कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जो पिछले कुछ सालों में ही रिलीज हुई हैं।
ख्वातो (2016)
डायरेक्टर कमलेश्वर मुखर्जी की इस इरोटिक थ्रिलर मूवी की स्टोरी एक नॉवेलिस्ट निरबेद लाहिरी पर बेस्ड है, जो एक महिला के साथ नाजायज संबंधों को अपने विचार मानकर लिखता है।
चत्रक (2001)
'हेट स्टोरी' फेम पाउली डैम इस फिल्म में अनुब्रत बसु के साथ इंटिमेट होती नजर आती हैं।
बिबर (2006)
फिल्म की कहानी एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर की है। एक शाम उसकी मुलाकात हाई-सोसायटी कॉलगर्ल से होती है। इसके बाद वह इस कॉलर्गल के साथ साइको-सेक्शुअल रिलेशनशिप में पकड़ा जाता है।
चित्रांगदा : द क्राउनिंग विश (2012)
डायरेक्टर रितुपर्णो घोष की यह मूवी बेसिकली ऐसे लोगों की आवाज को एप्रिशिएट करती है, जो जेंडर आइडेंटिटी के लिए संघर्ष करते हैं। फिल्म में रितुपर्णों घोष, जीशू सेनगुप्ता और अंजन दत्त ने काम किया है।