टीवी धारावाहिक निर्माता एकता कपूर का कहना है कि फिल्मों के विपरीत,जहां प्रयोग करने की गुंजाइश होती है,
07 Mar, 2016 10:55 AMमुंबई: टीवी धारावाहिक निर्माता एकता कपूर का कहना है कि फिल्मों के विपरीत,जहां प्रयोग करने की गुंजाइश होती है, छोटे परदे पर ,, विषय वस्तु को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए ताकि दर्शकों की संवेदनाओं को चोट नहीं पहुंचे। एकता कपूर ने ‘‘लव सेक्स और धोखा’’, ‘‘रागिनी एमएमएस 2’’ और हाल ही में आई फिल्म ‘‘क्या कूल हैं हम 3’’ जैसी फिल्मों का निर्माण करने के बाद ‘‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’’ और ‘‘कहानी घर घर की’’ जैसे टीवी धारावाहिकों का निर्माण किया है। टीवी निर्माता को लगता है कि टीवी से ज्यादा फिल्मों में प्रयोग करना आसान होता है।
एकता ने कहा, ‘‘फिल्मों में प्रयोग करना अधिक आसान होता है, टीवी में इतना आसान नहीं होता। घर में हमारे पास एक टीवी होता है जिसे 10 लोग बैठकर देख रहे होते हैं। आपको घर के माहौल को अच्छा बनाये रखना होता है। जिस व्यक्ति के घर आप जा रहे होते हैं उस व्यक्ति के अनुसार आप कपड़े पहनते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीवी के मामले में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप कई घरों में जा रहे हैं। आपको टीवी को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए ताकि इससे किसी की संवेदनाओं को चोट नहीं पहुंचे।’’