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Movie Review: इमोशन और एक्शन के साथ आपके अदंर भक्ति की भावना पैदा करती है 'अखंडा'

Updated 20 January, 2023 12:03:40 PM

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचाने के बाद अब अखंड़ा का हिंदी वर्जन भी आ गया है।

फिल्म- अखंड़ा (हिंदी) (Akhanda)
निर्देशक- बोयापति श्रीनू ( Boyapati srinu)
स्टारकास्ट- नंदमूरी बालकृष्ण (Nandamuri Balakrishna) ,प्रज्ञा जायसवाल (Pragya Jaiswal), जगपति बाबू  (Jagapati Babu), श्री कांत (Srikanth meka)
रेटिंग- 3.5/5

Akhand Movie Review: तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचाने के बाद अब अखंड़ा का हिंदी वर्जन भी आ गया है। यह फिल्म तेलुगू में 2021 को रिलीज हुई थी, जिसके बाद से दर्शक लगातार फिल्म के हिंदी वर्जन को लाने का मांग कर रहे थे। अखंडा का हिंदी वर्जन आज यानी 20 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो गया है। इस फिल्म में नंदमूरी बालकृष्ण का डबल रोल दिखाई दिया है जिसे दमदार तरीके से पर्दे पर दर्शाया गया है। फिल्म में प्रज्ञा जायसवाल, जगपति बाबू, श्री कांत आदि अहम किरदारों में नजर आ रहे हैं।  

कहानी
कहानी की शुरुआत एक जंगल से होती है जहां खदान में कॉपर की खुदाई चल रही है। दुनिया को दिखाने के लिए वह कॉपर होता है लेकिन असल में इस जंगल से गुपचुप तरीके से यूरेनियम ढ़ूंढ़कर निकाला जा रहा होता है। आपको बता दें कि यूरेनियम का इस्तेमाल खतरनाक हथियार को बनाने में किया जाता है।

 इस खदान का मालिक वरदा है जिसका पूरा शहर में बोलबाला है। खाकी वर्दी से लेकर बड़े से बड़ा नेता भी वरदा की बात को टालने की हिम्मत नहीं करता है लेकिन वरदा सिर्फ एक बाबा की बात को मानता है जिनके पास भविष्य देखने की शक्ति भी होती है। वहीं खदान में यूरेनियम की खुदाई से जो रेडिएशन निकलता है वह आसपास के लोगों को बुरी तरह से प्रभावित करता है। इसके बाद कहानी में हीरो यानी मुरली कृष्ण (नंदमूरी बालकृष्ण) की एंट्री होती है जो एक अस्पताल चलाता है। मुरली कृष्ण के लाख कोशिश करने पर भी वरदा खुदाई को बंद नहीं करता है। बल्कि मुरली को ही कहानी से गायब कर देता है।

इसके बाद कहानी मे ट्विस्ट आता है और अखंडा दुश्मनों के सामने आता है। अखंड़ की शक्ल बिल्कुल मुरली से मिलती है। जिसे भगवान शिव का रूप कहा जाता है। अब अखंड़ा किस तरह से वरदा को रोकता है ? अखंड़ा और मुरली का क्या संबंध है ? अखंड़ा सच में भगवान शिव होते हैं या कोई और ? इन सवालों के जवाब आपको फिल्म देखने पर पता चलेंगे। 

एक्टिंग
नंदमूरी बालकृष्ण ने इस फिल्म में अब तक की सबसे बेहतरीन एक्टिंग की है। इसमें नंदमूरी ने अपने दोनों किरदारों को बेहतरीन तरीके से निभाया है वहीं विलेन के रूप में श्रीकांत ने वरदा राजुलु की भूमिका भी जबरदस्त तरीके से निभाई है।अखंडा में वरदा का किरादर काफी प्रभावशाली दिखाया है। अघोरा बाबा के रोल में जगपथी बाबू ने भी अपनी गजब की परफोर्मेंस दी है। आईएएस  सरन्या बचुपल्ली की भूमिका में प्रज्ञा जायसवाल ने भी बेहतरीन अभिनय किया है।

 डायरेक्शन
बोयापति श्रीनू ने अखंड़ा को शानदार तरीके से डायरेक्ट किया है। फिल्म के कुछ सीन आपको सीटी मारने पर मजबूर कर देते है। यह फिल्म एक्शन, भावना और भक्ति का एक अद्भुद जोड़ है जिसमें नंदमूरी बालकृष्ण ने अब तक की अपनी शानदार परफॉर्मेंस दी है।

फिल्म के आकर्षक दृश्य और दमदार डायलॉग्स दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं। कुल मिलाकर कहें तो फिल्म अंत तक दर्शकों को जोड़े रखती है।

Content Editor: Jyotsna Rawat

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