दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को दुनिया से घए 1 साल होने वाला है। बीते साल 14 जून की दोपहर सुशांत के सुसाइड करने की खबर आई थी। इस खबर ने हर किसी को हिला कर रख दिया था। हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर एक हंसते खेलते चेहरे के पीछे सुशांत ने ऐसा कौन सा दर्द छिपाया था कि उन्होंने मौत को गले लगा दिया। सुशांत के सुसाइड के पीछे की वजह तो अभी भी सामने नहीं आई है। लोगों का मानना था कि सुशांत ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उन्हें मारा गया है। वहीं हर पल सुशांत के चाहने वाले उन्हें याद करते रहते हैं।हाल
08 Jun, 2021 03:09 PMमुंबई: दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को दुनिया से घए 1 साल होने वाला है। बीते साल 14 जून की दोपहर सुशांत के सुसाइड करने की खबर आई थी। इस खबर ने हर किसी को हिला कर रख दिया था। हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर एक हंसते खेलते चेहरे के पीछे सुशांत ने ऐसा कौन सा दर्द छिपाया था कि उन्होंने मौत को गले लगा दिया। सुशांत के सुसाइड के पीछे की वजह तो अभी भी सामने नहीं आई है। लोगों का मानना था कि सुशांत ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उन्हें मारा गया है। वहीं हर पल सुशांत के चाहने वाले उन्हें याद करते रहते हैं।
हाल ही में सुशांत की पहली बरसी से पहले एक्टर विवेक ओबराॅय ने उन्हें याद किया। इसके साथ ही बाॅलीवुड की ‘कमियों’ पर की बात की। विवेक ओबराॅय ने कहा कि इंडस्ट्री आलोचनाओं को स्वीकार करने में सक्षम नहीं है।
एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में विवेक ने कहा- 'हमारे पास अच्छी साइड है लेकिन बुरी चीजों को हम स्वीकार करने से इंकार कर देते हैं। किसी भी इंसान, इंडस्ट्री या फ्रैटरनिटी के फलने-फूलने के लिए यह मालूम होना चाहिए कि हम में कितनी खामियां और इंडस्ट्री की क्या गलतियां हैं मगर हमें थोड़ा ऑस्ट्रिच सिंड्रोम है। हम नहीं मानते हैं कि हमारी इंडस्ट्री में कुछ गड़बड़ है।'
सुशांत की मौत ट्रैजिडी
सुशांत की मौत पर बात करते हुए विवेक ने कहा-'पिछले साल हमारी इंडस्ट्री में बड़ी ट्रैजिडी हुई। इसके बावजूद कोई भी असल में यह मानने को तैयार नहीं है कि सिस्टम में कुछ गड़बड़ है। बस यही लिखना है कि एक घटना हो गई। बड़ा स्टार हो या छोटा एक्टर, जब हम दुर्भाग्यवश किसी को खो देते हैं तो इससे आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। कई ऐसी भी चीजें इंडस्ट्री में हैं जिन पर मुझे गर्व है लेकिन कई ऐसी भी चीजें हैं जिन पर खुश नहीं हो सकता। हमें इन पर खुलकर बोलना चाहिए। मुझे नहीं समझ आता कि हम इस पर बात करने में डरते क्यों हैं।'
इंडस्ट्री में बदलाव लाने के सवाल पर विवेक ने कहा-'जिस तरह हम प्यार और प्रशंसा को स्वीकार करते हैं, उसी तरह क्रिटिसिजम को भी लेना चाहिए। उसी भावना के साथ आलोचना स्वीकार करनी चाहिए। हमें अपनी गलतियों को पहचानने की जरूरत है और बदलाव का यही पहला कदम है।'