जब हिंदी सिनेमा के ही मैन धर्मेंद्र ने पड़क लिया था अपने पिता का गिरेबान।
08 Dec, 2022 11:58 AM कुत्ते कमीने मैं तेरा खून पी जाऊँगा, बसंती इन कुत्तो के सामने मत नाचना...
नई दिल्ली। इन डायलॉग्स को पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि यहां किसकी बात हो रही है। जी हां, आज हम उस अभिनेता की चर्चा करने वाले हैं जिनका हिंदी सिनेमा में बड़ा योगदान रहा है। 60-70 के दशक के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र आप अपना 87वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक दौर था जब इंडस्ट्री में उनके नाम का डंका बजता था। धर्मेंद्र अब तक 100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। वहीं आज भी वह फिल्मों मं एक्टिव हैं।
फिल्मों के अलावा धर्मेंद्र अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी खूब चर्चा में रहे हैं। उनके कई ऐसे किस्से हैं जो मीडिया के सामने आए हैं। इनमें से एक किस्सा आज हम आपको बताने वाले हैं, जिसे याद करके आज भी धर्मेंद्र निराश हो जाते हैं। दरअसल, ये वाक्य 'शोले' फिल्म की शूटिंग के दौरान का है, जब धर्मेंद्र रोज नशे में धूत घर आया करते थे। इस बात का खुलासा खुद अभिनेता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था।
जब धर्मेंद्र ने पकड़ लिया था अपने पिता का कॉलर
उन्होंने बताया कि एक वक्त था जब वह शराब का सेवन करते थे। फिल्म की शूटिंग खत्म होने बाद वह रोज आधी रात दारू पीकर घर आते थे। घर में किसी को उनकी इस हरकत के बारे में पता ना चले, इस वजह उन्होंने घर के नौकर से कह दिया था कि उनके आने के बाद घर का दरवाजा शांतिपूर्वक खोल दें। लेकिन एक रात जब वह घर आए तो नौकर ने दरवाजा नहीं खोला। धर्मेंद्र ने कई बार नौकर को आवाज दी, लेकिन वह नहीं आया। फिर काफी देर बाद किसी ने दरवाजा खोला। घर के अंदर पूरा अंधेरा था। ऐसे में गुस्से से आग बबूला हो रखे धर्मेंद्र ने नौकर समझकर उस शख्स का कॉलर पड़क लिया और कहा कि 'मैंने तुझसे कहा था कि मेरे कमरे का दरवाजा खुला रखना। तूने ये दरवाजा क्यों खोला? अब जाकर मेरा कमरा खोल।'
इसके बाद उस शख्स ने अभिनेता का गिरेबान पकड़ा और खींचते हुए उन्हें मां के कमरे में लेते गए। वहीं कमरे की बत्ती जलते ही धर्मेंद्र को पता चला कि यह शख्स नौकर नहीं बल्कि उनके पिता हैं। जिसके बाद उन्होंने अपने पिता से माफी मांगी और वादा किया कि अब से वह घर समय से आएंगे।