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बॉलीवुड के पहले रियल एंटी हीरो थे सुनील दत्त

Updated 24 May, 2018 11:56:17 PM

हिन्दी सिनेमा जगत में सुनील दत्त पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने सही मायने में‘एंटी हीरो’की भूमिका निभायी और उसे स्थापित करने का काम किया। झेलम जिले...

मुंबईः हिन्दी सिनेमा जगत में सुनील दत्त पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने सही मायने में‘एंटी हीरो’की भूमिका निभायी और उसे स्थापित करने का काम किया। झेलम जिले के खुर्द गांव में 06 जून 1929 को जन्मे बलराज रघुनाथ दत्त उर्फ सुनील दत्त बचपन से ही अभिनेता बनने की ख्वाहिश रखते थे। उन्हें अपने करियर के शुरूआती दौर में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अपने जीवन यापन के लिये उन्हें बस डिपो में चेकिंग क्लर्क के रूप में काम किया जहां उन्हें 120 रुपये महीना मिला करता। इस बीच उन्होंने रेडियो सिलोन में भी काम किया जहां वह फिल्मी कलाकारो का साक्षात्कार लिया करते थे। 

प्रत्येक साक्षात्कार के लिए उन्हें 25 रुपये मिलते थे। उन्होंने अपने सिने करियर की शुरूआत वर्ष 1955 में प्रदर्शित फिल्म रेलवे प्लेटफार्म से की। वर्ष 1955 से 1957 तक वह फिल्म जगत में अपनी जगह बनाने के लिये संघर्ष करते रहे। रेलवे प्लेटफार्म फिल्म के बाद उन्हें जो भी भूमिका मिली उसे वह स्वीकार करते चले गये। उस दौरान उन्होंने कुंदन, राजधानी, किस्मत का खेल और पायल जैसी कई बी ग्रेड फिल्मों मे अभिनय किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुई।
Bollywood Tadka
बता दें सुनील दत्त की किस्मत का सितारा 1957 में प्रदर्शित फिल्म मदर इंडिया से चमका। इस फिल्म में सुनील दत्त का किरदार एंटी हीरो का था। करियर के शुरूआती दौर में एंटी हीरो का किरदार निभाना किसी भी नए अभिनेता के लिए जोखिम भरा हो सकता था। लेकिन सुनील दत्त ने इसे चुनौती के रूप में लिया और एंटी हीरो का किरदार निभाकर आने वाली पीढ़ी को भी इस मार्ग पर चलने को प्रशस्त किया। एंटी हीरो वाली उनकी प्रमुख फिल्मों में जीने दो, रेशमा और शेरा, हीरा, प्राण जाए पर वचन न जाए 36 घंटे, गीता मेरा नाम, जख्मी, आखिरी गोली, पापी आदि प्रमुख हैं। 
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मदर इंडिया ने सुनील दत्त के सिने करियर के साथ ही व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। इस फिल्म में उन्होनें नरगिस के पुत्र का किरदार निभाया था। फिल्म की शूटिंग के दौरान नरगिस आग से घिर गयी थी और उनका जीवन संकट मे पड़ गया था। उस समय वह अपनी जान की परवाह किये बिना आग मे कूद गये और नर्गिस को लपटो से बचा ले आये। इस हादसे मे सुनील दत्त काफी जल गए थे तथा नरगिस पर भी आग की लपटों का असर पड़ा। उन्हें इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनके स्वस्थ होकर बाहर निकलने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया । 

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