शुक्रवार को जैसे ही नेशनल फिल्म अवॉर्ड जूरी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर अक्षय कुमार का नाम...
08 Apr, 2017 02:50 PMमुंबईः शुक्रवार को जैसे ही नेशनल फिल्म अवॉर्ड जूरी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर अक्षय कुमार का नाम लिया, तो पहले बधाइयों और फिर ट्विटर पर आलोचनाओं का दौर शुरू हो गया। ऐसे में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जूरी के अध्यक्ष फिल्ममेकर प्रियदर्शन अक्षय कुमार को इस पुरस्कार के लिए चुने जाने के फैसले का पक्ष रखते नजर आए। फिल्म 'हेरा फेरी' के डायरेक्टर प्रियदर्शन का कहना है कि अक्षय को यह पुरस्कार उनकी फिल्म 'एयरलिफ्ट' और 'रुस्तम' की परफॉर्मेंस के लिए दिया गया है। एक न्यूज एजेंसी को प्रियदर्शन ने कहा कि किसी ने तब यह सवाल क्यों नहीं उठाए थे जब पिछले साल अमिताभ बच्चन को उनकी फिल्म 'पीकू' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया और वह इस जूरी को हेड करने वाले डायरेक्टर रमेश सिप्पी के नजदीक हैं।
प्रियदर्शन ने इस साल चुने गए अक्षय कुमार पर उठाए जा रहे सवालों पर बात करते हुए बताया, 'मैंने सब सुना है और मैं इस सब का जवाब दूंगा। जब रमेश सिप्पी इस जूरी के हेड थे तब अमिताभ बच्चन को यह पुरस्कार मिला। जब प्रकाश झा इस जूरी के अध्यक्ष थे, तब अजय देवगन को यह पुरस्कार मिला था। तब किसी ने इसपर सवाल क्यों नहीं किए, तो अब यह सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।'
बता दें यह आयोजन 7 अप्रैल को 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए हुआ। इसमें मराठी फिल्म ‘कासव’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया। इसके अलावा सोनम कपूर अभिनीत ‘नीरजा’ ने हिंदी फिल्मों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया है। वहीं अक्षय कुमार को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है। उन्हें फिल्म रुस्तम के लिए यह पुरस्कार मिला।
विभिन्न भाषाओं एवं क्षेत्रीय फिल्मों को भी राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। बॉलीवुड फिल्म ‘पिंक’, ‘नीरजा’ और ‘दंगल’ ने भी विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार अपने नाम किए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा विवाद अक्षय कुमार को पुरस्कार मिलने पर ही हो रहा है।