अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीज को चैतन्य तम्हाने की ''द डिसाइपल'' के समर्थन में आगे आते देखना अविश्वसनीय है। लगभग 20 वर्षों के बाद, वेनिस फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता में जगह बनाने वाली यह मराठी फिल्म पहली भारतीय फिल्म बन गई है...
08 Aug, 2020 12:05 PMनई दिल्ली। अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीज को चैतन्य तम्हाने की 'द डिसाइपल' के समर्थन में आगे आते देखना अविश्वसनीय है। लगभग 20 वर्षों के बाद, वेनिस फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता में जगह बनाने वाली यह मराठी फिल्म पहली भारतीय फिल्म बन गई है, जिसने हमारे देश को गौरवान्वित महसूस करवाया है। यह भारतीय सिनेमा के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और उन्हें बधाई देने के लिए आगे आने वाली जैकी पहली मैनस्ट्रीम एक्टर हैं।
एक अच्छी कहानी, ग्रहणशील दर्शक और जैकलीन जैसी प्रभावशाली अभिनेत्री के समर्थन के साथ, क्षेत्रीय सिनेमा को आगे बढ़ने और वैश्विक प्रभाव पैदा करने में मदद मिलती है। जैकलीन अच्छी कहानी का हिस्सा बनना चाहती हैं और ऐसे क्षेत्रीय सिनेमा को बढ़ावा देने में विश्वास रखती हैं जिन्हें अन्यथा वह समर्थन नहीं मिलता है जिसके वे हकदार होते हैं।
मांगा बॉलीवुड से समर्थन
इस प्रतियोगिता में एंट्री के साथ 'द डिसाइपल' कई कारणों से चर्चा का विषय बनी हुई है। उनमें से एक यह है कि इस फिल्म को अपनी पहुंच के कारण विशेष रूप से बॉलीवुड से अधिक समर्थन की आवश्यकता है। ऐसा करने से यह सिनेमा के मंच को अधिक स्वीकार्य बनाता है। ऐसे में, सोशल मीडिया पर जैकलीन की विशाल फैन फॉलोइंग के साथ, उनका समर्थन निश्चित रूप से सभी का ध्यान फिल्म की तरफ आकर्षित करने में सफल रहेगा।
हमेशा मदद के लिए रही आगे
जैकलीन भीतर से भी एक खूबसूरत शख्सियत है जो उनके मानवीय कार्यों में बखूबी नजर आता है। फिर चाहे जागरूकता बढ़ाने के लिए कोविड सर्वाइवर से बातचीत करना हो या पशु कल्याण का समर्थन करना, जैकलिन ने हमेशा उन लोगों के प्रति अपना समर्थन बढ़ाया है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है। यह उनके परोपकारी दृष्टिकोण का ही नतीजा है कि अभिनेत्री को उनके प्रशंसकों द्वारा सरहाया जाता है और सोशल मीडिया पर सबसे अधिक फॉलो की जाने वाली हस्तियों में से एक है।