बॉलीवुड में जगजीत सिंह को एक ऐसी शख्सियत के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने अपनी गजल गायकी से लगभग चार दशक तक श्रोताओं के दिल पर अमिट छाप छोड़ी। आपने जब पहली बार मुहब्बत की होगी, तो वो आपके दिल की आवाज बना होगा। जब पहली बार आपका दिल टूटा होगा, तो उसकी आवाज ने आपका दिल बहलाया होगा। जब आप लंबे सफर पर चले होंगे, तो उस आवाज ने आपकी तन्हाई बांटी होगी। मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह ऐसी ही मखमली आवाज के जादूगर.....
10 Oct, 2019 12:50 AMमुंबईः बॉलीवुड में जगजीत सिंह को एक ऐसी शख्सियत के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने अपनी गजल गायकी से लगभग चार दशक तक श्रोताओं के दिल पर अमिट छाप छोड़ी। आपने जब पहली बार मुहब्बत की होगी, तो वो आपके दिल की आवाज बना होगा। जब पहली बार आपका दिल टूटा होगा, तो उसकी आवाज ने आपका दिल बहलाया होगा। जब आप लंबे सफर पर चले होंगे, तो उस आवाज ने आपकी तन्हाई बांटी होगी। मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह ऐसी ही मखमली आवाज के जादूगर थे।
आठ फरवरी 1941 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में जन्में जगजीत सिंह के बचपन का नाम जगमोहन था लेकिन पिता के कहने पर उन्होंने अपना नाम जगजीत सिंह रख लिया। बचपन से ही जगजीत सिंह को संगीत के प्रति रूचि थी।
उन्होंने संगीत की शिक्षा उस्ताद जमाल खान और पंडित छगनलाल शर्मा से हासिल की। वर्ष 1965 में प्ले बैक सिंगर बनने की तमन्ना लिए जगजीत सिंह मुंबई आ गए। शुरूआती दौर में उन्हें विज्ञापन फिल्मों के लिए जिंगल गाने का अवसर मिला। इस दौरान उनकी मुलाकात प्ले बैक सिंगर चित्रा दत्ता से हुई।
साल 1969 में जगजीत सिंह ने चित्रा से शादी कर ली। इसके बाद जगजीत-चित्रा की जोड़ी ने कई अलबमो में अपने जादुई प्ले बैक सिंगर से लोगों को हैरान कर दिया। जगजीत सिंह ने प्राइवेट अलबम में प्ले बैक सिंगर करने के अलावा कई फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज से सुनने वालों को हैरान किया। साल 2003 में जगजीत सिंह को भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। अपनी गायकी से श्रोताओं के बीच अमिट छाप छोड़ने वाले जगजीत सिंह ने 10 अक्तूबर 2011 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया।