‘जोगीरा सारा रा रा’ को लेकर नवाजुद्दीन सिद्धीकी ने की ‘पंजाबी केसरी ग्रुप’ से खास बातचीत
10 May, 2023 05:33 PMनई दिल्ली/टीम डिजिटल। अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी पिछले कई दिनों से अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में बने हुए थे लेकिन निजी जिंदगी से हटकर बात जब उनके काम की होती है तो दर्शक हमेशा से उन्हें स्क्रीन पर देखना चाहते हैं। वह अपनी अदाकारी से हर किरदार को खास बना देते हैं और अब तो उनके चाहने वालों का इंतजार भी खत्म होने जा रहा है, क्योंकि 12 मई को उनकी अपकमिंग फिल्म ‘जोगीरा सारा रारा’ रिलीज होने वाली है, जिसमें उनके साथ नेहा शर्मा, संजय मिश्रा और महाक्षय चक्रवर्ती जैसे सितारे भी नजर आएंगे। बता दें कि महाक्षय सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती के बेटे हैं, जिन्हें मिमोह के नाम से भी जाना जाता है और इस फिल्म का निर्देशन कुशान नंदी ने किया है। फिल्म को लेकर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :
सवाल- सबका बदला लेने के बाद आप जुगाडू जोगी कैसे बन गए?
जवाब- बदला वहीं खत्म हो गया था, जहां वो फिल्म खत्म हो गई थी, वैसे बदला लेने वाला आदमी मैं हूं नहीं, इस तरह की फिल्में करने के बाद मैंने सोचा कि रोमांस करूं तो एक-दो फिल्मों में कोशिश की थी और अब एक कोशिश ये है।
सवाल- आपको रोमांस करना ज्यादा अच्छा लगता है या बदला लेना?
जवाब- रोमांस में बदला लेना।
सवाल- आप कैसे बने जुगाडू जोगी?
जवाब- कुशान के साथ मैंने पहले भी काम किया था और फिर ये स्क्रिप्ट आई, असद भोपाली इसके डायलॉग राइटर हैं बहुत अच्छी स्क्रिप्ट है उनकी। जब मैं ये पढ़ रहा था तो वैसे ही हंसी आ रही थी तो मैंने सोचा कि वैसे भी लोग आजकल कम हंसते है तो क्यों न इस फिल्म को किया जाए, तो ऐसे ये फिल्म हो गई।
सवाल- असल जिंदगी में कभी जुगाड़ किए हैं?
जवाब- छोटी-छोटी चीजों में जुगाड़ किया है, मैंने बड़ी में नहीं।
सवाल- एक्टिंग में जुगाड़बाजी चलती है क्या?
जवाब- एक्टिंग में जुगाड़बाजी नहीं चलती। हां, कुछ लोगों की चलती है और कुछ दिन तक चलती है।
सवाल- आपने कभी एक्टिंग में जुगाड़ बिठाया है?
जवाब- शुरूआती दिनों में मैं और राजपाल एक ऑफिस गए थे, वहां सी ग्रेड की फिल्म बन रही थी तो राजपाल ने मेरा जुगाड़ फिट करवा दिया था। उसने मेरी वहां काफी तारीफ की कि ये कमाल का एक्टर है, आप एक सीन दोगे तो आपका मन करेगा कि दो सीन इसे दें। ये कोई 17-18 साल पुरानी बात है। हम दोनों को फिल्म में ले लिया गया, हम लोग उनके ऑफिस पैसे की बात करने गए थे। तो जहां हम बैठे थे वहां साइड में एक रूम था और हमारे बाजू में एक सैट और कॉस्ट्यूम डिजाइनर भी बैठा था। उन्होंने भी पैसे की ही बात करनी थी तो एकदम ऑफिस के अंदर से किसी के रोने की आवाज आई, चीखने चिल्लाने की आवाज आई। मैंने कहा ये क्या है? तो बाहर बंदा निकला और रोता-रोता बाहर चला गया। उसके पीछे असिस्टैंट भी निकला, हमने उससे पूछा क्या हुआ ये रो क्यों रहा था तो इतना बोला कि पैसे ज्यादा मांग रहा था। इसके बाद उसने कहा, आइए अब आपकी बारी है जैसे ही ये कहा-हम वहां से भाग गए और हमने फिल्म नहीं की।
सवाल- इस फिल्म की शूटिंग काफी लंबी चली? क्या वजह थी?
जवाब- हम कोविड के दौरान शूटिंग कर रहे थे तो कुछ लोगों को कोविड हो गया था, जिस वजह से शूटिंग रूक गई थी। अभी कुछ महीना पहले ही शूटिंग खत्म की है। अब फिल्म रिलीज को तैयार है।
सवाल- आप अपने किरदारों के लिए किस तरह से अप्रोच करते हो, कि कौन सा किरदार करना है और कौन सा नहीं?
जवाब- फिल्म की सिलेक्शन डिपैंड करती है कि फिल्म को डायरेक्ट कौन कर रहा है? स्टोरी कैसी है और मेरा किरदार कैसा है? मैं ज्यादातर अपने किरदार पर ध्यान देता हूं, क्योंकि स्टोरी का मुझे ज्यादा अनुभव नहीं है। मैं चाहता हूं कि मेरे किरदार में बहुत सारी बुराईयां भी हों और बहुत सारी अच्छाइयां भी हों। बिल्कुल ही खराब और बहुत ही अच्छा किरदार मैं नहीं करना चाहता।
सवाल- इस किरदार को आपने ‘हां’ क्यों कहा?
जवाब- ये बहुत ही साफ सुथरा किरदार नहीं है, जैसा कमर्शियल फिल्मों में होता है कि एक हीरो में सिर्फ अच्छाइयां ही हों, बुराई न हो। इसमें बुराई और अच्छाई दोनों हैं और आखिर तक वैसा ही रहता है, जैसा शुरूआत में दिखाया गया है।
सवाल- आपकी जिंदगी में कभी अफवाहें उड़ी हैं?
जवाब- बहुत सारी, कई बार तो मुझे पढक़र पता लगता था कि मैं यहां भी था।