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Gulzar Sahab के जीवन पर आधारित अब तक कि सबसे बड़ी किताब "हज़ार राहें मुड़ के देखी" हुई रिलीज

Updated 11 January, 2024 04:02:24 PM

मुम्बई की एक शाम गुलज़ार हुई जहां उनके जीवनी पर लिखी किताब गुलजार साब- हज़ार राहें मुड़ के देखी का विमोचन हुआ और इस शाम को अपनी खूबसूरती से बागबान किया ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने जो इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर आई।

मुंबई। आईना देखकर ऐसा लगा की इस घर मे मेरा हाल पूछनेवाला कोई और भी हैं।जी हां, ये तो शुरुवात थी उस अद्भुत शाम की जहाँ  गुलज़ार साहब के गहरे व्यकितत्व के सरोबार में डूबा उनका हर एक शागिर्द। साल की शुरुवात इतनी रुमानियत हो जाएगी ऐसा तो सोचा ही नही। मुम्बई की एक शाम गुलज़ार हुई जहां उनके जीवनी पर लिखी किताब गुलजार साब- हज़ार राहें मुड़ के देखी का विमोचन हुआ और इस शाम को अपनी खूबसूरती से बागबान किया ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने जो इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर आई। गुलज़ार साहब की चार फिल्मों में नायिका के तौर पर हेमा जी ने अपनी गहरी छाप छोड़ चुकी हैं। 

हेमा मालिनी ने इस मौके पर पुरानी बातों को याद किया ।
हेमा मालिनी ने 1975 में आई अपनी फिल्म ‘खुशबू’ को लेकर भी चर्चा की, उन्होंने बताया, एक जमाने में हीरोइन लंबे बाल और हाई मेकअप को लेकर ज्यादा सजग रहती थीं । अगर हमारे बाल लंबे नहीं होते थे तो हम बालों में विग लगाकर रहते थे। जब मैं गुलजार के सेट पर गई तो उन्होंने मुझे लंबे बाल रखने से मना कर दिया। गुलजार ने कहा, कोई दिखावा करने की जरूरत नहीं जैसे हो वैसे रहो। फिर मेरी मां मुझे मेकअप रूम लेकर गईं और उन्होंने मेरी साड़ी भी बदलवा दी क्योंकि वो सिंपल लग रही थीं।

इसके बाद हेमा मालिनी ने ये भी बताया जब वो कैमरे के सामने शूट करती तो उन्हें बहुत तेज बोलने की आदत थी, गुलजार ये देखकर परेशान हो गए थे और उन्होंने मुझसे पूछा-तुम्हें कहा जाना है? मैंने कहा, मुझे अगले शूट पर जाना है। ये बात सुनकर गुलजार कहते हैं, शूट बाद में हो जाएगा, पहले तुम धीरे और थोड़ा क्लियर बोलो। मेरे लिए धीरे बोलना थोड़ा मुश्किल था।

हेमा जी के तेज बोलने की आदत  से परेशान थे गुलजार ! 

इसके बाद हेमा मालिनी ने ये भी बताया जब वो कैमरे के सामने शूट करती तो उन्हें बहुत तेज बोलने की आदत थी, गुलजार ये देखकर परेशान हो गए थे और उन्होंने मुझसे पूछा-तुम्हें कहा जाना है? मैंने कहा, मुझे अगले शूट पर जाना है। ये बात सुनकर गुलजार कहते हैं, शूट बाद में हो जाएगा, पहले तुम धीरे और थोड़ा क्लियर बोलो। मेरे लिए धीरे बोलना थोड़ा मुश्किल था।"

किस्सों को याद किया हेमा मालिनी ने । 
हेमा मालिनी ने अपने डांस जे एक्सप्रेशन के बारे में भी बात की, एक्ट्रेस ने बताया जब वो डांस करतीं थीं तो उनकी आंखें ऊपर चढ़ जाती थी, लेकिन गुलजार को ये पसंद नहीं आता था तो वो हेमा मालिनी को कई टेक लेने के लिए बोलते थे।

गुलज़ार साहब ने भी दी को छू लेने वाली बात हैं। अपने साहित्यिक सफर के एक गहरे पहलू के बारे में उन्होंने कहा कि,"यदि फिल्मकार एवं संगीतकार विशाल भारद्वाज उन्हें प्रेरित नहीं करते तो वह अपने कॅरियर में संन्यास लेने के बाद शायद गुमनामी में खो गए होते।
गुलज़ार ने कहा कि विशाल भारद्वाज ने उन्हें एक गीतकार के रूप में अपना कॅरियर जारी रखने के लिए प्रेरित किया।" 

गुलजार साब: हजार राहें मुड़ के देखें…’ पुस्तक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता यतींद्र मिश्रा द्वारा लिखी गई है और वाणी प्रकाशन समूह ने इसे प्रकाशित किया है।गुलजार ने कहा, ‘‘मैं सीखने के लिए तैयार हूं और इंसान को सीखते रहना चाहिए। अगर मैं बड़ा हो गया तो सीखना बंद कर दूंगा। कोई भी व्यक्ति जीवन में अकेले कुछ भी हासिल नहीं कर सकता।  मैं सबसे ज्यादा सीखा हुआ नहीं हूं और ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने मुझसे ज्यादा सीखा है, इसलिए मैं उनसे प्रेरणा लेता हूं। ’’

विशाल भारद्वाज ने कहा कि गुलजार के साथ काम करना उनका सपना था और उनके साथ लंबे समय तक जुड़ाव पाकर वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं।"

गुलजार साब: हजार राहें मुड़ के देखें…’ पुस्तक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता यतींद्र मिश्रा द्वारा लिखी गई है और वाणी प्रकाशन समूह ने इसे प्रकाशित किया है।किताब में मिश्रा जी ने खुलासा किया है कि गुलजार ने ‘देवदास’ नाम से एक फिल्म के निर्देशन की योजना बनाई थी जिसमें हेमा मालिनी, धर्मेंद्र और शर्मिला टैगोर से अभिनय कराने के बारे में सोचा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन फिल्म अधूरी रही। इस तरह हेमाजी ने गुलजार साहब निर्देशित साढ़े चार फिल्मों में काम किया है।’’


कार्यक्रम में अयोध्या के राजपरिवार बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ,विशाल भारद्वाज, उनकी पत्नी गायिका रेखा भारद्वाज और केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के प्रमुख और गीतकार प्रसून जोशी, निर्देशक सुभाष घई,  शीन काफ निजाम,लोक गायिका मालिनी अवस्थी, 
गीतकार मनोज मुंतशिर, कथाकार अमीश त्रिपाठी के भी शामिल हुए।

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