प्रियंका चोपड़ा ने कहा है कि वह बखूबी समझती हैं कि सिंगर्स को उस वक्त कैसा लगता होगा, जब वह किसी कलाकार को अपने क्षेत्र में दखल देते देखते हैं लेकिन क्वांटिको
28 Apr, 2017 09:49 AMमुंबई: प्रियंका चोपड़ा ने कहा है कि वह बखूबी समझती हैं कि सिंगर्स को उस वक्त कैसा लगता होगा, जब वह किसी कलाकार को अपने क्षेत्र में दखल देते देखते हैं लेकिन क्वांटिको अभिनेत्री का यह भी मानना है कि रचनात्मकता पर पाबंदी नहीं हो सकती।
दरअसल, भारत में जस्टिन बीबर के कार्यक्रम में सोनाक्षी सिन्हा के कार्यक्रम पेश करने की खबरों के बाद कलाकारों के सिंगर्स बनने पर चर्चा छिड़ गई है। हालांकि, सोनाक्षी ने इन खबरों को खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि कैलाश खेर, अरमान मलिक और सोना महापात्रा जैसे संगीत जगत के लोगों ने उनकी आलोचना की है। प्रियंका :34: ने कहा, ‘‘यदि सभी अभिनेता - अभिनेत्री गाने लगेंगे तो गायक - गायिका क्या करेंगे ? मैं आश्वस्त हूं कि आप भी इसे समझेंगे। लेकिन रचनात्मक लोगों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अधिकार है।’’
हालांकि, उन्होंने कहा कि रचनात्मक लोगों को किसी एक चीज से बांध कर नहीं रखा जा सकता। सिक्के के दो पहलू होते हैं। प्रियंका का मानना है कि भारत जैसे एक लोकतांत्रिक देश में हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है और इसका समान किया जाना चाहिए। यह सबक अपने बच्चों को सिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता ने मुझे शिक्षा दी कि तुम एक लोकतंत्र में हो, सच्चाई के लिए आवाज उठाने या बोलने से मत डरना। अपनी राय के बारे में निडर बनो।’’